गुरुग्राम
हरियाणा के गुरुग्राम में मां-बेटे के रिश्ते को तार-तार कर देने वाला मर्डर केस सामने आया है। यहां प्रेम संबंध के शक में एक युवक (21) ने अपनी ही विधवा मां को चाकू से कई बार गोदकर मौत की नींद सुला दिया। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आरोपी प्रवेश को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया और उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। पुलिस के अनुसार, प्रवेश को अपनी मां के किसी के साथ रिश्ते में होने का शक था क्योंकि उसने उसे कई बार उसे फोन पर बात करते देखा था। प्रवेश के खिलाफ IPC की धारा 302 (हत्या) और 201 (सबूत छिपाने) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
जानें क्या है मामला
पति की मौत के बाद सोना देवी (40) यहां स्थित अपने मायके गढ़ी गांव वापस चली आई थी और एक निजी स्कूल में वार्डन के रूप में काम करती थी। हालांकि, उसने लगभग छह महीने पहले अपनी नौकरी छोड़ दी और उसी गांव में किराए के कमरे में रह रही थी। पुलिस के अनुसार प्रवेश सोनीपत के जटवाड़ा मोहल्ले में रहता था और कभी-कभार अपनी मां से मिलने जाता था। 6 अगस्त को भी वह मां से मिलने आया था और इस दौरान उसने कथित तौर पर अपनी मां पर कई बार चाकू से वार किया और फिर उसका गला घोंट दिया। इसके बाद उसने शव को चारपाई के नीचे छिपा दिया।
चार दिन बाद बरामद हुआ शव
चार दिन बाद बुधवार को जब कमरे के मालिक ने दुर्गंध की शिकायत की और पुलिस को फोन किया तो सोना देवी का क्षत-विक्षत शव बरामद हुआ। जांच के दौरान सोना देवी के भाई परविंदर ने प्रवेश पर उसकी हत्या का आरोप लगाया। सेक्टर 10 ए थाना के एक अधिकारी ने बताया कि उसे गुरुवार को रोहतक से गिरफ्तार किया गया।
बेटा प्लीज, मैं मां हूं तुम्हारी…और उस कपूत ने चाकुओं से गोद दिया
मां-बेटे के रिश्ते को तार-तार करने वाले यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले इसी साल 7 जुलाई को गुरुग्राम में ही एक युवक ने अपनी मां की नृशंस हत्या कर दी थी। गुरुग्राम में घरेलू कलह और नौकरी न मिलने से परेशान युवक ने चाकू से वार कर अपनी मां की हत्या कर दी। मां रोज की तरह इंजीनियर बेटे को उसके घर खाना देने गई थी। जिसके बाद दोनों रास्ते में पार्क के पास खड़े होकर बात कर रहे थे। इसी दौरान युवक ने चाकू से अपनी मां पर वार किए और फरार हो गया। 66 साल की महिला को इलाज के लिए हॉस्पिटल पहुंचाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। गुरुग्राम के शिवपुरी कॉलोनी में ये वारदात हुई थी।
मां-बाप से दूर रहता था बेटा
रेलवे से चीफ बुकिंग सुपरवाइजर पद से 2013 में रिटायर हो चुके रणवीर कुमार भंडारी ने बताया कि उनका बेटा मनीष भंडारी बीटेक के बाद एक नामी कंपनी में नौकरी करता था। बेटे मनीष और उसकी पत्नी श्वेता घरेलू कलह के चलते अलग हुए और श्वेता अपने बेटे के साथ सेक्टर-81 की सोसायटी में रहती है। लॉकडाउन के दौरान मनीष की नौकरी छूट गई। सितंबर 2021 को वह अपने माता-पिता को छोड़ कॉलोनी में ही दूसरे मकान में रहने लगा जो इनके घर से थोड़ा दूर है।
हर रोज मां खाना लेकर उसको देने जाती थी
मनीष का खाना उसकी मां वीणा ही रोज देने जाती थीं। अब मनीष किराये पर कहीं और रहने की बात कर रहा था। रोज की तरह वीणा अपने बेटे को खाना देने गईं। काफी देर तक वह नहीं आईं तो पति देखने गए। तब शिवपुरी कॉलोनी में शिव वाटिका के पास पार्क के सामने वीणा और मनीष खड़े बात कर रहे थे। बुजुर्ग महिला ने पति को कहा कि हम बात कर रहे हैं, आप घर जाओ। रणवीर अपने घर के बाहर आकर बैठ गए। इसी दौरान शोर सुनकर लोग इकट्ठा होने लगे। रणवीर पार्क के पास पहुंचे तो उनकी पत्नी लहूलुहान हालत में जमीन पर पड़ी थी और मनीष वहां से जा चुका था। फिर लोगों की मदद से महिला को पहले पास के निजी हॉस्पिटल और फिर सिविल हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।