जयपुर
आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर राजस्थान के लोगों में कांग्रेस के प्रति क्या विचार है। लोग कांग्रेस संगठन और सरकार के प्रति क्या भावना रखते हैं। यह जानने के लिए पार्टी आलाकमान की तरफ से राजस्थान में सर्वे करवाया जा रहा है। सर्वे की जिम्मेदारी दक्षिण भारत की एक एजेंसी को दी गई है। यह एजेंसी राजस्थान की सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों में जाकर लोगों से सवाल पूछेगी। सर्वे की रिपोर्ट तैयार होने के बाद कांग्रेस आलाकमान को सौंपी जाएगी। संगठन में जिम्मेदार पदों की कुर्सी और विधानसभा चुनाव के टिकिट वितरण भी इसी रिपोर्ट के आधार दिए जाने की रणनीति है। एजेंसी के प्रतिनिधियों ने सर्वे का कार्य शुरू कर दिया है।
गहलोत या पायलट में से सरकार रिपीट कौन करवा सकते है..
सर्वे करने वाली एजेंसी ने सवालों का पुलिंदा तैयार किया है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण सवाल यही है कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार कौन रिपीट करवा सकते हैं, अशोक गहलोत या सचिन पायलट। साथ ही इसकी वजह भी पूछी जा रही है। गहलोत और पायलट के बीच बनी टकराव की स्थिति से प्रदेश कांग्रेस को क्या नुकसान हो रहा है। इस नुकसान की भरपाई कैसे की जा सकती है। आगामी चुनाव किसके नेतृत्व में लड़ा जाना चाहिए। ऐसे सवालों के साथ राज्य सरकार की योजनाओं को लेकर कई प्रश्न शामिल किए गए हैं। सरकार की कौन कौन सी योजनाएं जनकल्याणकारी है। ज्यादातर लोग किस योजना का लाभ हासिल कर रहे हैं। इन योजनाओं की क्रियान्वती को लेकर आ रही कठिनाइयों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।
संगठन के बारे में भी जुटाई जा रही जानकारी
आगामी चुनाव को लेकर सरकार के प्रति लोगों की राय जानने के साथ कांग्रेस संगठन के बारे में भी जानकार जुटाई जा रही है। सर्वे के तहत लोगों से पूछा जा रहा है कि वे संगठन में क्या बदलाव देखना चाहते हैं। संगठन के लिए कौन व्यक्ति ज्यादा उपयोगी साबित हो सकते हैं। कौन से नेता ऐसे हैं जो आगामी चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। साथ ही लोगों से यह भी पूछा जा रहा है कि आगामी चुनावों में कांग्रेस कितनी सीटें जीत सकती है। सर्वे के लिए सभी जिलों में अलग अगल टीमें रवाना की गई है। एजेंसी के प्रतिनिधि ग्रामीण अंचल के लोगों से मिलकर उनकी राय लेने में जुटी है।