नई दिल्ली
आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर इस बार भी लालकिले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह आयोजित किया जाएगा। समारोह से पहले नई दिल्ली के लाल किले में फुल ड्रेस रिहर्सल हुई। इस दौरान एसपीजी कमांडो ने वीवीआईपी को एस्कॉर्ट और संभावित खतरे की स्थिति में बचाव करने के लिए मॉक ड्रिल किया।
ब्रीफकेस खुलकर बन जाती है ढाल
एसपीजी के जवान खतरे की स्थिति में ब्रीफकेस वाली बुलेटप्रूफ शील्ड से वीवीआईपी की ढाल बन जात हैं। वीवीआईपी पर हमले की स्थिति में तुरंत ब्रीफकेस खुल जाते हैं। इसके बाद वीवीआईपी के चारों तरफ दीवार का घेरा बन जाता है। ब्रीफकेस खुलने के बाद बुलेट प्रूफ शील्ड की तरह काम करता है। इसमें एक एमपी 5 गन भी होती है।
स्वतंत्रता दिवस पर की मॉक ड्रिल
दिल्ली में स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर नई दिल्ली के लाल किले में फुल ड्रेस रिहर्सल के दौरान एक वीवीआईपी को एस्कॉर्ट करने के लिए एसपीजी कमांडो ने मॉक ड्रिल में हिस्सा लिया।
यूएस सीक्रेट सर्विस जैसी ट्रेनिंग
सेना के एक रिटायर्ड ऑफिसर के अनुसार जब एसपीजी की स्थापना हुई थी तब इसके जवानों की ट्रेनिंग को यूके सीक्रेट सर्विस गाइडलाइंस के अनुसार दी गई थी। अब इस्राइल व अन्य देशों की टेक्निक को भी शामिल किया गया है।
सभी पूर्व पीएम और उनके परिवार को सुरक्षा
पहले एसपीजी सिर्फ प्रधानमंत्री को सुरक्षा देती थी। राजीव गांधी की हत्या के बाद सभी पूर्व पीएम की सुरक्षा को भी शामिल किया गया। 2003 में हुए संशोधन के बाद सभी पूर्व पीएम के साथ ही उनके परिवार के सदस्यों को भी शामिल किया गया।