धार
धार में कारम नदी पर बन रहे डैम को बचाने की कोशिशें जारी है। रिसाव वाली वॉल पर पानी का प्रेशर कम करने के लिए बांध के साइड से नहर खोदी जा रही है। लेकिन काली चट्टान आने से खुदाई कार्य में दिक्कतें आ रही है। IIT रुड़की और केंद्रीय जल आयोग की टीम ने बांध को बचाने के लिए रणनीति में बदलाव बताए हैं। ये भी तय हुआ है कि पानी छोड़ने से पहले यहां जंबो पॉली बैग बिछाए जाएं। ताकि मिट्टी का कटाव कम से कम हो
बांध को फूटने से बचाने के लिए जिला प्रशासन मरम्मत के साथ-साथ अब पूजा-पाठ का भी सहारा ले रहा है। प्रशासन ने शनिवार शाम धार SDM रोशनी पाटीदार व एक अन्य सुहागन महिला से मां नर्मदा व कारम नदी की पूजा करवाई। दोनों महिलाओं से थाली में सारी, रोली, कंकु, मेहंदी, बिंदी, चूड़ी, नारियल व रुपए रखकर पूजा करवाई गई। पूजा के बाद सुहाग की सामग्री नदी में प्रवाहित कर प्रार्थना की गई कि हे माँ इस संकट को दूर करो। किसी तरह की जनहानि व पशु हानि न हो, डैम को भी नुकसान नहीं हो। दोनों महिलाओं के साथ जिला प्रशासन के अधिकारी व जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने भी मां की पूजा कर प्रार्थना की।
इससे पहले डैम को फूटने से बचाने के लिए सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। शनिवार को सेना का 15 सीटर हेलिकॉप्टर खरगोन जिले के महेश्वर पहुंचा। यहां हेलिकॉप्टर उतरा, इसमें सेना के 15 जवान सवार थे। जवानों ने यहां के हालात देखे। कुछ देर बाद हेलिकॉप्टर यहां से उड़ा और कारम नदी ऊपर का एक चक्कर लगाकर लौट गया। मेधा पाटकर भी डैम पर पहुंच गई हैं। उन्होंने यहां मंत्री तुलसी सिलावट से मुलाकात की।
कारम डैम में दाहिने तरफ चैनल बनाकर पानी निकासी की व्यवस्था की जा रही है। पहले दो मशीनें खुदाई कर रहीं थीं, अब मशीनों की संख्या बढ़ाकर 5 कर दी गई है। अब तक 30 फीट से ज्यादा गहरा गड्ढा किया जा चुका हैं। जमीन में सोलडर पत्थर और मिट्टी के कारण मशीनों को काम करने में दिक्कत आ रही है। रॉक कटर मशीन से भी काम लिया जा रहा है।
NDRF की सूरत, वडोदरा, दिल्ली और भोपाल से एक-एक टीम भी रवाना कर दी गई है। हर टीम में 30 से 35 ट्रेंड जवान शामिल हैं। अपर मुख्य सचिव गृह राजेश राजौरा ने बताया कि डैम को लेकर एक हाईलेवल मीटिंग मंत्रालय में बुलाई गई थी। इसमें सेना की मदद लेने का फैसला लिया गया था।
सीएम ने की पीएम से बात, डैम के बारे में जानकारी दी
धार डैम को लेकर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले के विशेषज्ञ रूड़की के डॉक्टर एनके गोयल से लगातार संपर्क में हैं और वह हमें गाइड कर रहे हैं। इसके अलावा बांध सुरक्षा के राष्ट्रीय विशेषज्ञ डॉ. वनबोरकर से भी हम लगातार संपर्क में है। उनका भी मार्गदर्शन प्राप्त हो रहा है।
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ ही केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को भी धार जिले के निर्माणाधीन बांध में रिसाव और क्षेत्र के निवासियों के रेस्क्यू के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस समय एक डायवर्शन मार्ग द्वारा बांध के जल को अन्य दिशा में प्रवाहित करने का काम शुरू किया गया है। शिवराज ने SDRF, NDRF, CPWD, सेना के वरिष्ठ अधिकारियों सहित विभिन्न एजेंसियों और विशेषज्ञों से भी निर्माणाधीन बांध से लोगों की सुरक्षा के संबंध में चर्चा की।
धार डैम को लेकर सीएम ने की राज्यपाल से चर्चा
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने धार डैम को लेकर राज्यपाल मंगू भाई पटेल से फोन पर चर्चा की और उनको डैम के बारे में अवगत कराया। सीएम ने बताया कि धार के निर्माणाधीन डैम पर पैरेलर चैनल बनाने के साथ ही बचाव कार्य भी किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री खुद कर रहे मॉनिटरिंग
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार सुबह 11 बजे वल्लभ भवन (भोपाल) पहुंचे। यहां बनाए गए सिचुएशन रूम से उन्होंने डैम और ताजा स्थिति की जानकारी ली। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, ACS राजौरा, ACS एसएन मिश्रा भी साथ रहे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि हमारा प्रयास है कि बाइपास नहर बन जाए, जिससे पानी निकाला जा सके। गुरुवार से लगातार काम चल रहा है। बांध सुरक्षा के राष्ट्रीय विशेषज्ञ से भी हम लगातार संपर्क में हैं। मुख्यमंत्री ने अपने घर जैत जाने का कार्यक्रम भी रद्द कर दिया है। जैत में मुख्यमंत्री के निवास पर तिरंगा उनके परिजन फहराएंगे।
तेजी से चल रहा नहर बनाने का काम- जल संसाधन मंत्री
शुक्रवार रात 12 बजे तक यहां रुकने के बाद आज सुबह 8 बजे जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, उद्योग संवर्धन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, कमिश्नर, कलेक्टर और एसपी आ गए हैं। उनकी मॉनिटरिंग में ही डैम के दूसरे छोर से वैकल्पिक नहर बनाने की कोशिशें चल रही हैं। प्रशासन का मानना है कि इस बनने वाली नहर से एक बार पानी का फ्लो शुरू हो जाएगा, तो डैम में पानी का दबाव कम होता चला जाएगा। इससे नुकसान को कम करने में बहुत मदद मिलेगी। डैम की कुल भराव क्षमता 45 एमसीएम (मिलियन घन मीटर)) की है। अभी इसमें 15 एमसीएम पानी है। यानी क्षमता से एक तिहाई। अगर 5 एमसीएम पानी और कम हो गया तो बांध की दीवार टूटने पर भी पानी के फ्लो को नियंत्रित किया जा सकेगा।
जांच कमेटी गठित
जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने बताया, विशेषज्ञों की जांच समिति गठित कर दी गई है। जल्द रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है। लापरवाही पाए जाने पर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। रातभर बांध के बाईं तरफ पहाड़ से करीब पानी निकालने के लिए खुदाई होती रही। काम जारी है। स्थिति नियंत्रण में है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर यहां कैंप किए हुए हैं। संभागायुक्त डॉक्टर पवन शर्मा ने कलेक्टर खरगोन श्रीकुमार पुरुषोत्तम और दूसरे अधिकारियों के साथ आज तड़के 4 बजे तक ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
कांग्रेस ने भी बनाई जांच कमेटी
बांध की जांच के लिए कांग्रेस ने जांच कमेटी गठित की है। इसमें धार अध्यक्ष बालमुकुंद सिंह गौतम, गंधवानी विधायक उमंग सिंगार, कुक्षी विधायक सुरेंद्रसिंह हनी बघेल, इंदौर विधायक संजय शुक्ला, देपालपुर विधायक विशाल पटेल, सरदारपुरा विधायक प्रताप ग्रेवाल, धरमपुरी विधायक प्राचीलाल मेडा, मनावर विधायक डॉ. हीरा अलावा शामिल हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कमेटी बनाकर जल्द रिपोर्ट देने का कहा है।