नई दिल्ली
पीएम नरेंद्र मोदी ने ने आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर लाल किले से देश के नाम संबोधन में 2024 के लोकसभा चुनाव का एजेंडा सेट कर दिया है। पीएम मोदी ने अपने भाषण में भ्रष्टाचार और भाई भतीजावाद, परिवारवाद पर जमकर हमला बोला। उन्होंने बिना नाम लिए विरोधियों पर निशाना भी साधा। पीएम ने कहा कि आज भ्रष्टाचार करने वालों का महिमांडन किया जाता है। पीएम मोदी ने इस अभियान में देश की जनता से सहयोग और समर्थन मांगा।
2022 से 2024 का एजेंडा सेट
पीएम मोदी ने आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर जब बोलना शुरू किया तो उन्होंने युवाओं से लेकर महिलाओं का जिक्र किया। इसके बाद उन्होंने भ्रष्टाचार और परिवारवाद पर जमकर हमला बोला। पीएम ने देश की जनता से अपील की कि वह इन दो कुरीतियों को खत्म करने में उनकी मदद करें। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं होता है तो यह विकराल रूप ले सकता है। पीएम मोदी के इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं। माना जा रहा है कि आने वाले समय में भ्रष्टाचार पर केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई जारी रह सकता है।
पीएम मोदी के भाषण के मायने समझिए
पीएम मोदी ने जिस तरीके से देश की जनता से समर्थन की अपील की इससे साफ लग रहा है कि आने वाले दिनों में भी केंद्र सरकार भ्रष्टाचारियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई जारी रखेगी। उन्होंने बिना नाम लिए ऐसे बातें कहीं जिसका निहितार्थ विरोधी दलों के लिए था। उन्होंने कहा कि किसी के पास रहने के लिए घर नहीं है लेकिन किसी के पास चोरी का पैसा छिपाने के लिए के लिए जगह नहीं है। माना जा रहा है कि उन्होंने इस बयान के जरिए विपक्षी दलों के उन नेताओं पर निशाना साधा है जो भ्रष्टाचार में शामिल रहे हों।
राजनीति में भ्रष्टाचार का जिक्र क्यों
दरअसल, पीएम मोदी ने कहा कि दुर्भाग्य से राजनीतिक क्षेत्र की इस बुराई ने देश की हर संस्था को पोषित कर दिया। उनका निशाना राजनीति जीवन में नेताओं के भ्रष्टाचार को लेकर था। उनके बयान से ये साफ लग रहा है कि आने वाले चुनावों में लोकसभा चुनाव में केंद्र सरकार इसे फिर से मुद्दा बनाएगी। पीएम ने इस दौरान अपनी सरकार की तारीफ करना नहीं भूले। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार रोकने के लिए उनकी सरकार ने कई तरह के उपाय किए हैं।
भ्रष्टाचार और भाई भतीजावाद से लड़ना है
पीएम मोदी ने कहा कि हम 25 साल के अमृतकाल के लिए चर्चा करते हैं तब मुझे पता है कि मुसीबतें हैं, चुनौतियां हैं। बहुत कुछ है। हम इसको कम नहीं आंकते हैं। रास्ते खोजते हैं। उन्होंने कहा कि दो विषयों पर चर्चा करना चाहता हूं। हमारी कुरीतियों पर समय रहते समाधान नहीं किए तो विकराल रूप ले सकता है। पहला- भ्रष्टाचार, दूसरा है भाई भतीजावाद, परिवारवाद। भारत जैसे लोकतंत्र में जहां लोग गरीबी से जूझ रहे हैं। एक तरफ वे लोग हैं जिनके पास रहने के लिए जगह नहीं है, एक तरफ वो लोग हैं जिनको चोरी का माल रखने की जगह नहीं है। हमें भ्रष्टाचार के खिलाफ पूरी ताकत से लड़ना है। डायरेक्ट ट्रांसफर से दो लाख करोड़ रुपये जो गलत हाथों में जाते थे उसका इस्तेमाल हमने देश के लिए किया। जो लोग बैंकों की संपत्ति लेकर भागे उनकी संपत्ति जब्त की और कुछ जेल में हैं। उनकी जिन्होंने देश को लूटा है उन्हें लौटाने पड़े। हम ये परिस्थिति पैदा करेंगे। मुझे भ्रष्टाचार को खत्म करना है। मुझे इसको खत्म करना है। मेरे देश के 130 करोड़ लोग मेरा साथ दे ताकि यह देश जीत पाए। सामान्य नागरिक की जिंदगी को आन बान शान से जीने का रास्ता बनाना चाहता हूं।
भ्रष्टाचारियों का महिमामंडन होता है
पीएम मोदी ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि आज भ्रष्टाचारियों का महिमामंडन हो रहा है। हमें इसे खत्म करना होगा। उन्होंने कहा कि भाई भतीजावाद का जब मैं जिक्र करता हूं तो लोगों को लगता है कि मैं सिर्फ राजनीतिक क्षेत्र की बात करता हूं। जी नहीं। दुर्भाग्य से राजनीतिक क्षेत्र की इस बुराई ने देश की हर संस्थाओं में पोषित कर दिया है। इसके कारण मेरे देश के टैलेंट को नुकसान होता है। मेरे देश के सामर्थ्य को नुकसान होता है। हमें हर संस्था में इसके प्रति एक नफरत पैदा करनी होगी। संस्थाओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए काफी जरूरी है। राजनीति में भी परिवारवादी राजनीति ने बहुत नुकसान पहुंचाया है। परिवारवादी राजनीति परिवार के लिए होती है, उसे देश से कोई लेना देना नहीं होता है। आइए हिंदुस्तान की राजनीति की शुद्धिकरण, हिंदुस्तान की सभी संस्थाओं के शुद्धिकरण के लिए योग्यता के आधार पर देश को बढ़ना होगा।