नई दिल्ली
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को छत्रसाल स्टेडियम में तिरंगा फहराया और स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने इसके बाद संबोधन में मुफ्त शिक्षा और इलाज को लेकर दिल्ली सरकार के कामकाज गिनाए और कहा कि पूरे देश का सिस्टम 5 साल में ठीक किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि 5 साल में मुफ्त शिक्षा और इलाज का इंतजाम किया जा सकता है। उन्होंने इसे ‘फ्रीबी’ ना कहने की अपील करते हुआ कहा कि देशवासी एक टाइम रोटी कम खा सकते हैं, लेकिन सभी के लिए मुफ्त और अच्छी शिक्षा का इंतजाम करना है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता सेनानियों के साथ उन लोगों को भी नमन किया जिन्होंने आजादी के बाद 75 सालों में देश की तरक्की में योगदान दिया। उन्होंने कहा, ”आजादा होना एक बात थी और आजादी को बरकरार रखना और आगे बढ़ना दूसरी बात थी। देश ने खूब तरक्की की है उस सब को आज सेलिब्रेट करने का दिन है। लेकिन इसी मौके पर यह भी सोचने का वक्त है कि आज देश के सामने क्या चुनौती है और भविष्य में हमें किस दिशा में जाना है।”
केजरीवाल ने कहा कि कई देश भारत के बाद आजाद हुए लेकिन भारत से आगे कैसे निकल गए। उन्होंने कहा, ”75 साल किसी देश के जीवन में बहुत समय नहीं होता, लेकिन बहुत कम समय भी नहीं होता है। आजादी के 75 साल के उपलक्ष्य में कई लोग प्रश्न पूछ रहे हैं, हम 75 साल पहले आजाद हुए, इन 75 सालों में कई देश हमसे बाद आजाद हुए, वे हमसे आगे क्यों निकल गए। जैसे सिंगापुर हमसे 15 साल बाद आजाद हुआ, हमसे आगे क्यों निकल गया। जापान द्वितीय विश्व युद्ध में पूरी तरह ध्वस्त हो गया था। परमाणु बम डाले गए थे। उसके बावजूद जापान हमसे आगे निकल गया। जर्मनी हिटलर के बाद खत्म हो गया था, आज जर्मनी हमसे आगे निकल गया। हमारे अंदर कोई कमी थोड़ी है। भारत के लोग किसी से कम थोड़ी हैं, भारत के लोग दुनिया के सबसे इंटेलिजेंट लोग हैं। भारत के लोग दुनिया के सबसे मेहनती लोग हैं। फिर हम पीछे क्यों रह गए? भगवान ने हमें सबकुछ दिया है। भगवान ने हमें नदिया, पहाड़, मिनरल सब दिए। फिर भारत पीछे क्यों रह गया?”
केजरीवाल ने कहा कि जितने अमीर देश हैं, ये क्यों अमीर बने? इन्होंने कई काम किए, लेकिन इन सारे देशों ने दो काम जरूर किए, उसके बिना कोई देश अमीर नहीं बन सकता है, पहला काम हर अमीर देश ने बच्चों की पढ़ाई का अच्छा इंतजाम किया है। मुझे एक भी ऐसा अमीर देश नहीं मिला, जहां पढ़ाई खराब हो बच्चों की। यदि भारत को अमीर बनना है तो सभी बच्चों की अच्छी शिक्षा का इंतजाम करना होगा। ये जितने अमीर देश हैं सभी ने अपने लोगों के अच्छे इलाज का इंतजाम किया। हेल्थ और एजुकेशन का इंतजाम किया। जब भारत मां का हर बच्चा अच्छी शिक्षा पाएगा, तभी अमर तिरंगा शान से आसमान में लहराएगा। जब भारत मां के हर बंदे को अच्छा इलाज मिल पाएगा, तभी अमर तिरंगा शान से आसमान में लहराएगा।”
अरविंद केजरीवाल ने कहा, ”आज 130 करोड़ लोगों के देश में 27 करोड़ बच्चे रोज स्कूलों में पढ़ने जाते हैं, इनमें से 10 करोड़ बच्चे प्राइवेट स्कूलों में और 17 करोड़ सरकारी स्कूल में जाते हैं। मैं नहीं कहता कि सारे सरकारी स्कूल बेकार हैं, देश में कई अच्छे स्कूल भी हैं, लेकिन ज्यादातर की हालत ठीक नहीं है। जब हमारी सरकार बनी दिल्ली में सरकारी स्कूलों का बहुत बुरा हाल था।” उन्होंने कहा कि शिक्षा को लेकर दिल्ली में जो काम हुआ है वह करिश्मा देशभर में हो सकता है। उन्होंने कहा, ”हमारे देश के सरकारी स्कूलों में जो 17 करोड़ बच्चे पढ़ रहे हैं, उनका भविष्य अंधकार में है। उनका भविष्य भी जगमगा सकता है। जैशे दिल्ली ने कर दिखाया, पूरे देश में हो सकता है। हमने दिल्ली में सिस्टम ठीक किया है, पूरे देश में सिस्टम ठीक करना है। यह पांच साल में हो सकता है।”
केजरीवाल ने कहा, ”हाथ जोड़कर कहता हूं कि शिक्षा को फ्रीबी मत कहिए। मां बाप अपना पेट काटकर बच्चे को पढ़ाते हैं कि यह बड़ा होगा तो बड़ा आदमी बनेगा, परिवार का देश का नाम रोशन करेगा। हमारा 130 करोड़ लोगों का परिवार है। 27 करोड़ हमारे बच्चे हैं। यदि पैसों की कमी है हम सारे लोग एक टाइम की रोटी कम खा लेंगे लेकिन शिक्षा से समझौता नहीं हो सकता है। हमें अच्छी से अच्छी और फ्री शिक्षा का इंतजाम करना है।”