नई दिल्ली
भारत की सेना दिनो-दिन अपनी ताकत में इजाफा कर रही है। मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना को कई स्वदेशी हथियार सौंप दिए हैं। इनमें एंटी-पर्सनेल लैंडमाइन ‘निपुण’, पैंगोंग त्सो में ऑपरेशन के लिए लैंडिंग अटैक क्राफ्ट, इन्फ्रैंट्री कॉम्बैट व्हीकल और कई अन्य दुश्मनों के छक्के छुड़ाने वाले हथियार शामिल हैं।
सेना ने लैंडिंग क्राफ्ट की क्षमता का प्रदर्शन भी किया। इसे एलएसी के पास पैंगोंग त्सो में तैनात किया गया है। यह बोट 35 योद्धाओं को एक साथ ले जा सकती है और बहुत ही कम समय में लेक के किसी भी कोने में पहुं सकती है। बता दें कि पूर्वी लद्दाख में लंबे समय से चीन और भारत के बीच तनाव कायम है। कई दौर की बातचीत के बाद भी अब तक कोई स्थायी समाधान नहीं निकला है। ऐसे में भारत ने यहां बड़ी संख्या में सैनिकों और हथियारों की तैनाती कर रखी है।
ये नए हथियार नागपुर की प्राइवेट कंपनी इकनॉमिक एक्सप्लोजिव लिमिटेड और भारत की अन्य रक्षा उत्पादन कंपनियों ने मिलकर बनाया है। वहीं एलएसी के आसपास चीन की सेना पर नजर रखने के लिए एक ड्रोन सिस्टम भी सेना को सौंपा गया है। ये सभी ड्रोन भारत में ही बनाए गए है।
इस मौके पर लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह ने कहा, पश्चिम का रेगिस्तान हो या लद्दाख के ऊंचाई वाले स्थान, भारतीय सेना अब हर संकट का सामना करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि सरकार रक्षा क्षेत्र में स्वदेशीकरण को बढ़ावा देने का हर प्रयास कर रही है औ इसका असर भविष्य में दिखायी देगा।