नयी दिल्ली
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने लोगों से स्कूली शिक्षा के नये एनसीएफ के विकास के लिए कराए जा रहे सर्वे में हिस्सा लेने की अपील की है। ये सर्वे एनसीईआरटी करा रहा है। एनसीएफ देश में पाठ्यक्रम, पाठ्यपुस्तकों एवं पठन पाठन का डिजाइन तैयार करने के लिये मार्गदर्शन का कार्य करेगा । इस डिजिटल सर्वे में 10 सवाल पूछे जा रहे हैं जिसमें पांच विकल्प दिये गए हैं । शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने ट्वीट में कहा कि एक विविधतापूर्ण, समावेशी और भविष्य को देखते हुए पाठ्यक्रम ढांचे का विकास वैश्विक दृष्टि के साथ सांस्कृतिक जड़ों से जोड़ने वाला होना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि शिक्षा को औपनिवेशिक प्रभाव से मुक्त बनाने तथा हमारी भावी पीढ़ियों में गौरव का भाव जगाने के लिये जरूरी है।
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की अपील
उन्होंने कहा, ‘मैं नये भारत के नये पाठ्यक्रम के विकास के लिये एनसीएफ पर नागरिक सर्वेक्षण में हिस्सा लेने के लिये सभी नागरिकों से अपील करता हूं । राष्ट्रीय शिक्षा नीति की तर्ज पर एक विविधतापूर्ण राष्ट्रीय पाठ्यक्रम ढांचा विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा ।’ शिक्षा मंत्रालय और एनसीईआरटी ने एनसीएफ तैयार करने के लिये सार्वजनिक विचार विमर्श की प्रक्रिया के तहत डिजिटल राष्ट्रीय पाठ्यक्रम सर्वेक्षण शुरू किया है। एनसीईआरटी द्वारा कराये जा रहे डिजिटल सर्वेक्षण में 10 सवाल पूछे गए हैं ।
सर्वे में आपसे पूछे जाने वाले सवाल
1- इसमें पूछा गया है कि स्कूली शिक्षा के दौरान बच्चों को किन किन मूल्यों को आत्मसात करने की जरूरत है ? आपके मतानुसार 3-8 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों द्वारा सीखने से जुड़े किन आयामों पर ध्यान देना चाहिए ?
2- इसमें पूछा गया है कि एक जिम्मेदार माता पिता या बच्चों के अभिभावक के रूप में आप बच्चों के समग्र विकास में शिक्षकों की भूमिका की कल्पना कैसे करते हैं ? अपनी शिक्षा को भविष्योन्मुखी और कौशल उन्मुख बनाने के लिये हमें क्या करना चाहिए ?
3- सर्वेक्षण में पूछा गया है कि हमारा समाज स्कूली शिक्षा से क्या उम्मीद करता है ? कक्षा 6-8 के बच्चों को किन किन विषयों का अध्ययन करना चाहिए ? कक्षा 3-5 में बच्चों को कौन कौन से विषय पढ़ाये जाने चाहिए ? हमारे देश में शिक्षकों का गौरव बढ़ाने के लिये सुझाव दें ?
4- एनसीईआरटी द्वारा कराये जा रहे डिजिटल सर्वेक्षण में पूछा गया है कि आपके अनुसार कक्षा 1 से बच्चों को स्कूल में कौन सी भाषा सीखनी चाहिए । राष्ट्रीय शिक्षा नीति में परिकल्पित माध्यमिक शिक्षा के चार वर्षो के लिये सभी छात्रों को क्या अध्ययन करने की जरूरत है ?