नई दिल्ली
राजधानी में कोरोना वायरस से मौत का रिस्क बढ़ा है। इस महीने 81 मौतें दर्ज हो चुकी हैं। हर दिन औसतन पांच या उससे ज्यादा लोगों की जान गई। मृतकों का आंकड़ा फरवरी 2022 के बाद सबसे ज्यादा है। उस महीने 257 मरीजों की मौत हुई थी। मंगलवार शाम जारी बुलेटिन के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 917 नए मामले सामने आए। 1 अगस्त के बाद यह पहला मौका है जब 1,000 से कम नए केस दर्ज हुए। हालांकि, पॉजिटिविटी रेट 19% के पार चला गया है। अगस्त में अबतक 30,968 कोविड मामले सामने आ चुके हैं जो जनवरी 2022 के बाद से सबसे ज्यादा हैं। करीब छह महीने बाद दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट और मौतों में चिंताजनक उछाल दिख रहा है। दिल्ली में साल की शुरुआमी ओमीक्रोन वेरिएंट की लहर के साथ हुई थी। जनवरी में 3.8 लाख मामले आए और 758 मौतें दर्ज की गईं। हालांकि, फरवरी से मामलों में तगड़ा उछाल आया।
दिल्ली में 16 अगस्त को कोविड-19 की स्थिति
उप राज्यपाल वीके सक्सेना ने कहा है कि महामारी खत्म होने से काफी दूर है। एलजी ने एक ट्वीट में लिखा, ‘कोविड19 संक्रमणों में इजाफा हो रहा है। लगातार पॉजिटिविटी हाई रह रही है और रीइन्फेक्शन के मामले आ रहे हैं। यह जरूरी है कि हम समझें कि महामारी खत्म होने से बड़ी दूर है। मैं सभी से कोविड समुचित व्यवहार का सख्ती से पालन करने की अपील करता हूं। हम लापरवाह नहीं हो सकते।’
बूस्टर से संक्रमण का खतरा कम, सिसोदिया ने की अपील
वैक्सीन की प्रिकॉशनरी (बूस्टर) डोज लगाने वाले लोगों में वायरस का संक्रमण अन्य लोगों की तुलना में कम देखने को मिल रहा है। यहां तक कि अस्पताल में भर्ती होने वाले 90 फीसदी कोरोना संक्रमित मरीज ऐसे हैं, जिन्होंने केवल वैक्सीन की दो ही डोज ली है। केवल 10% मरीज ही ऐसे हैं, जो वैक्सीन की तीसरी डोज लेने के बाद वायरस से संक्रमित हुए। उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों और जिलाधिकारियों के साथ एक मीटिंग की। उन्होंने लोगों से जल्द से जल्द वैक्सीन की बूस्टर डोज लगवाने की अपील करते हुए कहा कि इलाज से बेहतर रोकथाम है।
प्रिकॉशन डोज के लिए लगाएं स्पेशल कैंप: केंद्र
केंद्रीय सरकार ने राज्यों को सलाह दी है कि कोविड टीके की प्रिकॉशन यानी एहतियाती खुराक के लिए सार्वजनिक जगहों पर विशेष टीकाकरण शिविर आयोजित किए जाने चाहिए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने प्रिकॉशन डोज देने के लिए रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डों और धार्मिक स्थलों पर टीकाकरण शिविर लगाएं जाएं। कोविड टीकाकरण की उपलब्धियों के बारे में बताते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने राज्यों से 18 वर्ष और उससे अधिक आयु की आबादी के बीच एहतियाती खुराक की कवरेज में तेजी लाने की अपील की। उन्होंने कॉर्बेवैक्स की एहतियाती खुराक की उपलब्धता को व्यापक रूप से प्रचारित करने की भी सलाह दी।