नई दिल्ली
देश के कई राज्यों में हुई मूसलाधार बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन की वजह से अब तक 50 लोगों की जान जा चुकी है। इसके अलावा कई लोगों के फंसे होने की भी संभावना है। जो मौते हुई हैं उसमें ज्यादातर लोग हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और ओडिशा के हैं। ये तीन ऐसे प्रमुख राज्य हैं जो फिलहाल कुदरत के कहर की मार झेल रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में बारिश ने सैकड़ों गांवों को तबाह कर दिया, मिट्टी के घर बह गए, सड़कों पर पानी भर गया और पुल क्षतिग्रस्त हो गए। भारतीय मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि अगले दो दिनों तक इस क्षेत्र में भारी से बहुत भारी बारिश जारी रहेगी।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन के बाद लापता हुए पांच लोगों का रविवार को भी पता नहीं चल पाया। राज्य में शनिवार को बारिश से जुड़ी घटनाओं में 22 लोगों की मौत हो गई और 12 घायल हो गए। सबसे ज्यादा नुकसान मंडी, कांगड़ा और चंबा जिलों में हुआ है।
हिमाचल प्रदेश में शनिवार को बादल फटने की घटना के बाद कई परिवार बागी और ओल्ड कटोला के बीच स्थित अपने-अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने पहुंचे। मोख्ता ने कहा कि शोघी और तारा देवी के बीच सोनू बंगला में भूस्खलन के बाद शनिवार शाम को शिमला-चंडीगढ़ राजमार्ग अवरुद्ध कर दिया गया था। हालांकि, अब वहां वाहनों की आवाजाही की मंजूरी दे दी गई है।
वहीं, उत्तराखंड में देहरादून, टिहरी और पौडी के बाढ-ग्रस्त क्षेत्रों में बचाव दलों ने रविवार को भी तलाश और राहत अभियान जारी रखा जिसमें 24 लोगों को बचा लिया गया है जबकि 12 अन्य लोग अभी भी लापता हैं।अभी तक मिली सूचना के अनुसार, देहरादून, पौडी और टिहरी में शनिवार को अत्याधिक बारिश के कारण आई बाढ के कारण चार लोगों की मौत हो गई जबकि 12 अन्य लापता हो गए थे।
ओडिशा के बालासोर और मयूरभंज के जिला प्रशासन ने सुवर्णरेखा और बैतरणी नदी में बाढ़ से निपटने के लिए निचले इलाकों में बड़े पैमाने पर निकासी अभियान शुरू किया है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राज्य पहले से ही लगातार बारिश के कारण महानदी में बाढ़ के प्रभाव से जूझ रहा है, जिससे सात लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं, जिनमें से लगभग पांच लाख अब भी 763 गांवों में फंसे हुए हैं।
बारिश से जुड़े पांच बड़े अपडेट
1. हिमाचल प्रदेश में पिछले तीन दिनों में कम से कम 36 लोगों की मौत हुई है। सैकड़ों लोग बाढ़ के कारण अपने घरों से विस्थापित होने के बाद राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं।
2. उत्तराखंड में, शनिवार को बादल फटने की एक घटना में चार लोगों की मौत हो गई और 13 लापता हो गए क्योंकि नदियों ने किनारों को तोड़ दिया और कुछ घर बह गए। बचाव दल फंसे हुए लोगों को बाहर निकाल रहे थे।
3. ओडिशा में जारी मूसलाधार बारिश के बीच कम से कम छह लोगों की मौत हो गई। ओडिशा में बाढ़ से लगभग 8 लाख लोग प्रभावित हुए हैं और हजारों लोग अपने घरों से विस्थापित हुए हैं, बारिश से बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित हुई है, और सड़क के बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है। राज्य ने अब तक प्रभावित क्षेत्रों से 120,000 लोगों को निकाला है।
4. बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक गहरे दबाव के कारण हुई भारी वर्षा और बाद में झारखंड से गलुडीह बैराज से बाढ़ का पानी छोड़े जाने के कारण उत्तरी ओडिशा की सभी नदियां उफान पर आ गई हैं।
5. झारखंड के रामगढ़ जिले में शनिवार को उफनती नलकारी नदी के पानी में पांच लोग बह गए। रामगढ़ जिले के एक अधिकारी माधवी मिश्रा ने कहा कि अब तक चार शव बरामद किए जा चुके हैं।