कौन हैं राजद से मंत्री सुरेंद्र यादव, कैमरे के सामने इस हरकत से पूरा बिहार शर्मसार

पटना

सहकारिता मंत्री सुरेंद्र यादव बिहार के दो बड़े नेताओं लालू यादव और नीतीश कुमार को समय-समय पर साधते रहे हैं। लालू यादव की उंगली पकड़कर सियासत में कदम रखनेवाले सुरेंद्र यादव फिलहाल तेजस्वी यादव के किचेन कैबिनेट के मेंबर है। मंत्री बनने के बाद पटना से गया पहुंचते ही इनकी जुबान बदल गई। कैमरे पर इनके अपशब्द बोलने से पूरा बिहार शर्मसार है। इससे पहले भी वो प्रदेश को नीचा दिखा चुके हैं, जब भरे संसद में उपप्रधानमंत्री के हाथों से महिला बिल की कॉपी छीनकर फाड़ दिए थे। तब भी इनकी हरकत को दुनिया ने कैमरे के जरिए टीवी पर देखी थी।

बिहार के मंत्री सुरेंद्र यादव कौन हैं?
सुरेंद्र यादव का ताजातरीन परिचय ये है कि वो नीतीश कुमार मंत्रिमंडल में सहकारिता मंत्री हैं। तेजस्वी यादव के करीबियों में सुरेंद्र यादव का नाम शुमार है। पिछले 30 साल से गया जिले के बेलागंज से विधायक हैं। उनकी पहचान एक दबंग विधायक की रही है। सियासत के ताकतवर चेहरे के रूप में उनकी गिनती की जाती है। अब तक सुरेंद्र यादव पांच बार आरजेडी से और दो बार जनता दल (यू) से विधायक रहे हैं। मतलब नीतीश कुमार और लालू यादव दोनों काफी करीब से इन्हें जानते हैं। ‘हर तरीके’ से अपनी राजनीतिक छवि मजबूत रखने वाले सुरेंद्र यादव को हर बार जीत ही मिली।

तीन दर्जन से अधिक मामले दर्ज
पुलिस फाइल में भी सुरेंद्र यादव काफी दमदार रेकॉर्ड रखते हैं। उन पर तीन दर्जन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। पहली बार चर्चा में तब आए जब 1991 लोकसभा चुनाव के दौरान गया कलेक्ट्रेट के सामने तत्कालीन कांग्रेसी नेता और पूर्व विधायक जय कुमार पालित को पीटने का आरोप लगा था। तब काफी हंगामा हुआ था। साल 1998 में जहानाबाद से लोकसभा सीट से सुरेंद्र यादव 13 महीने के लिए सांसद भी रहे हैं। जहानाबाद का सांसद रहते हुए लोकसभा में तत्कालीन उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी से महिला बिल की कॉपी लेकर फाड़ दिए थे। इनके इस सलूक से सुरेंद्र यादव के साथ-साथ बिहार की भी काफी किरकिरी हुई थी।

लालू यादव के संपर्क में कब आए सुरेंद्र?
सुरेंद्र यादव का जन्म एक किसान परिवार में हुआ था। 1959 में जन्मे सुरेंद्र की शुरुआती पढ़ाई गया से हुई। जब 22 साल के थे तो 1981 में पहली बार लालू यादव के संपर्क में आए। तब लालू यादव लोकदल पार्टी के सदस्य थे। 1985 लोकसभा चुनाव में जहानाबाद सीट से सुरेंद्र यादव को लोकदल पार्टी से टिकट मिली। सुरेंद्र यादव इस चुनाव को हार गए। मगर 1990 बिहार विधानसभा चुनाव में सुरेंद्र यादव ने बाजी मार ली। बेलागंज विधानसभा क्षेत्र से 55000 से अधिक वोटों से जीत दर्ज की। इसके बाद से अब तक सुरेंद्र यादव बेलागंज सीट से कभी नहीं हारे। हालांकि बीच-बीच वो पार्टी भी बदलते रहे। फिलहाल तेजस्वी के किचेन कैबिनेट में सुरेंद्र यादव का भी नाम शुमार हैं।

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