नई दिल्ली
देश में इस समय मानसून अपने पूरे शबाब पर है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान मध्य प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों और पूर्वी राजस्थान में मध्यम से भारी बारिश के साथ बहुत भारी बारिश हो सकती है। वहीं मौसम विभाग ने दिल्ली के मौसम के बारे में भी बताया है। उधर तटीय कर्नाटक, कोंकण और गोवा, महाराष्ट्र और हिमाचल में भी हल्की से मध्यम बारिश संभव है।
दिल्ली में सोमवार को हल्की बारिश
दरअसल, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने भविष्यवाणी की है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोमवार को हल्की बारिश के साथ आसमान में बादल छाए रहने की संभावना है, इसके चलते दिल्लीवासियों को उमस भरा मौसम महसूस होगा। वहीं दिल्ली में प्रदूषण का स्तर मध्यम श्रेणी के निचले स्तर पर रहने की उम्मीद है। दिल्ली में सोमवार को अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान जताया गया है।
इससे पहले रविवार को औसत अधिकतम तापमान 35.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो साल के इस समय के आसपास के सामान्य तापमान से एक डिग्री अधिक था। मंगलवार को न्यूनतम तापमान 26.6 डिग्री सेल्सियस था, जो साल के इस समय का सामान्य तापमान है।
मध्य प्रदेश के इन जिलों में रेड अलर्ट
मध्य प्रदेश के भोपाल और आसपास के क्षेत्रों में भी बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं। वहीं भोपाल, उज्जैन, जबलपुर, रतलाम, नीमच और मंदसौर समेत 39 जिलों में बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। इंदौर, ग्वालियर, धार और खरगोन समेत 12 जिलों में भी मध्यम बारिश की संभावना जताई गई।
उत्तराखंड और हिमाचल में बारिश और भूस्खलन
इसके अलावा राजस्थान और झारखंड में भी तेज बारिश दर्ज की गई है। उत्तराखंड और हिमाचल में तो भारी बारिश और भूस्खलन से काफी नुकसान हुआ है। वहीं उत्तर पश्चिमी छत्तीसगढ़ और उससे सटे उत्तर पूर्व मध्य प्रदेश और दक्षिण पूर्व उत्तर प्रदेश पर गहरे दबाव ने बारिश तेज कर दी है।
तटीय कर्नाटक, कोंकण और गोवा, महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों के अलावा पश्चिम बंगाल के ओडिशा, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, गुजरात के कुछ हिस्सों, उत्तर प्रदेश, हरियाणा में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। आंतरिक कर्नाटक के अलावा तमिलनाडु और लक्षद्वीप में हल्की बारिश संभव है।
इससे पहले रविवार के आंकड़ों के अनुसार हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड और उत्तर प्रदेश में 24 घंटे से हो रही भारी बारिश ने काफी तबाही मचाई थी। हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन और बादल फटने के कारण 22 लोगों की मौत हो गई। वहीं, उत्तराखंड में चार लोगों की जान चली गई, 13 लापता हैं। झारखंड में बारिश के कारण चार लोगों की मौत हो गई, जबकि सात लोग नदियों की तेज धाराओं में बह गए। वहीं उत्तर प्रदेश में तीन लोगों की मौत हो गई। जम्मू-कश्मीर में यह आंकड़ा 2 और ओडिशा में 6 पर है