हैदराबाद
विधायक टी राजा सिंह ने बीजेपी से निलंबन किए जाने पर विरोध दर्ज किया है। टी राजा को पैगंबर के खिलाफ उनकी टिप्पणी के लिए मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था। पार्टी को जवाब देते हुए टी राजा ने कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है। साथ ही कहा कि वे पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के ‘वफादार पैदल सैनिक’ बने रहेंगे। टी राजा सिंह ने कहा कि “पार्टी से ज्यादा मेरे लिए धर्म की रक्षा करना महत्वपूर्ण है।” दरअसल कथित रूप से आहत करने वाला वीडियो, जिसमें कि राजा के सिर काटने का आह्वान शामिल था, उसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से हटा दिया गया था। विधायक टी राजा ने कहा था कि वे वीडियो के पार्ट-2 को जारी करेंगे, जिसमें कथित तौर पर ऐसी और टिप्पणियां हैं।
पुलिस ने राजा के खिलाफ दबीरपुरा और मंगलहट में अलग-अलग मामले दर्ज किए, उन पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने, धार्मिक भावनाओं को भड़काने, जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्यों और आपराधिक धमकी देने का आरोप लगाया। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि हमें उनके खिलाफ शहर के विभिन्न पुलिस थानों में शिकायतें मिल रही हैं, जिसको लेकर जांच की जा रही है।
पैगंबर को लेकर की गई टिप्पणी का विवाद तब शुरू हुआ जब राजा ने कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी के शो को रुकवाने की धमकी दी थी। मुनव्वर फारूकी का 21 अगस्त को हैदराबाद में शो होना था। टी राजा सिंह ने धमकी दी कि अगर शो रद्द नहीं किया गया तो वे कार्यक्रम स्थल को आग लगा देंगे। उन्होंने स्पष्ट रूप से इस वीडियो को भी प्रसारित किया, जिसके कारण 20 अगस्त को उनकी गिरफ्तारी की गई। जब टीआरएस सरकार ने फारूकी को निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार शहर में प्रदर्शन करने की घोषणा की। तब इस वीडियो को एक स्थानीय टीवी चैनल पर प्रसारित भी किया गया।
यूपी में पिछले विधानसभा चुनावों से पहले राजा ने वोटर्स के लिए कहा था कि अगर उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ को वोट नहीं दिया तो उनके घरों पर बुलडोजर चलाया जाएगा। भाजपा के सूत्रों ने कहा कि पार्टी ने राजा के खिलाफ तेजी से कार्रवाई करने का फैसला किया, क्योंकि वह अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों और उससे पहले मुनुगोड़े विधानसभा उपचुनाव से पहले टीआरएस सरकार के खिलाफ अपने अभियान की गति को प्रभावित नहीं करना चाहती थी। वहीं बीते रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी तेलंगाना पहुंचे थे और रैली के दौरान टीआरएस पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए उनकी पार्टी को सत्ता से बेदखल करने का आह्वान किया था।