चीन से ऐसी तस्वीर आई कि सोचना भी मुश्किल है: बिजली नहीं तो एसी बंद, ऑफिस में बर्फ की सिल्लियां रख चला रहा काम

बीजिंग

चीन में गर्मी और कम बारिश की वजह से लोगों का बुरा हाल है। मौसम के अलावा यहां बिजली की कम सप्‍लाई ने भी कोढ़ में खाज का काम किया है। यहां के कई प्रांतों में बिजली सप्‍लाई ठप होने से लोगों को समझ नहीं आ रहा है कि वो गर्मी का सामना कैसे करें। चेंगदू, चोंगकिंग और ऐसी कई जगहों पर लोग बर्फ की सिल्लियों से काम चला रहे हैं। कई लोगों के घर में एसी इंस्‍टॉल होने थे लेकिन बिजली न होने की वजह से सारा काम ठप हो गया है। ऑफिसेज में एयर कंडीशनिंग सिस्‍टम बंद है और बर्फ की सिल्लियां राहत देने का काम कर रही हैं।

बर्फ पिघलते ही काम बंद
ट्विटर की ही तरह चीन की माइक्रो ब्‍लॉगिंग साइट वीबो पर एक यूजर ने फोटो शेयर की और लिखा, ‘हमारे ऑफिस में पिछले दो दिनों से एयर कं‍डीशनिंग सिस्‍टम बंद पड़ा है। ऐसे में ऑफिस के बहुत से कोनों पर आइस ब्‍लॉक्‍स रखे गए हैं। ऐसा सीन मैंने सिर्फ कॉस्‍ट्यूम ड्रामा में ही देखा है।’ इस यूजर ने आगे लिखा कि इससे भी कोई मदद नहीं मिल रही है। कुछ कलीग्‍स तो अपनी छाती पर बर्फ रखने को मजबूर हैं। सारा दिन पसीना बहाते-बहाते काम करना पड़ रहा है। जैसे ही बर्फ पिघलती है तापमान 37.5 पर पहुंच जाता है। फिर काम करने का सारा जोश भी खत्‍म हो जाता है।

घंटों नहीं आती बिजली
चेंगदू के शहरी इलाकों में रहने वाले कई लोगों को बिजली की कटौती से जूझना पड़ रहा है। चीन के दक्षिणी पश्चिमी सिचुआन प्रांत में गर्मी सारे रेकॉर्ड तोड़ रही है। यहां पर रोज का तापमान करीब 40 डिग्री तक रह रहा है। एक यूजर ने लिखा, ‘लंबे समय तक गर्मी की छुट्टी का मतलब मेरे लिए घर में एसी में बैठकर वीडियो गेम खेलना था या फिर दोस्‍तों के साथ मॉल जाना था। लेकिन इस बार गर्मियों ने मेरी लाइफस्‍टाइल को ही बदल दिया है। बिजली घंटों-घंटों तक गायब रहती है और ऐसे में जीना मुहाल हो चुका है।

बिजली बचाने के लिए उद्योग बंद
स्‍थानीय पावर कंपनी ने लोगों को बताया है कि बहुत ज्‍यादा मांग की वजह से ग्रिड फेल की समस्‍या बढ़ गई है। चेंगदू में बिजली बचाने के लिए लोगों ने एसी ऑफ कर दिए हैं। मॉल में एसी की हवा खाने जाने वाले लोगों की भीड़ बढ़ती जा रही है और ऐसे में मॉल का ऐसी भी काम नहीं कर रहा है। सिचुआन इलेक्ट्रिक पावर कंपनी की मानें तो पिछले साल की तुलना में इस साल बिजली की मांग में 65 लाख किलोवॉट का इजाफा हुआ है।

बिजली की बढ़ी हुई मांग को पूरा करने के लिए सिचुआन में कई उपाय अपनाए जा रहे हैं। यिबिन में 400 से ज्‍यादा उद्योगों ने उत्‍पादन बंद कर दिया है। चेंगदू में मनोरंजन स्‍थल जैसे मॉल, इंटरनेट कैफे, बार्स, कैराओके बार और टी हाउसेज में एसी अगले नोटिस तक के लिए बंद कर दिए गए हैं। सिर्फ यही नहीं सारी शो-ऑफ लाइट्स और इलेक्ट्रिक एडवरटाइजिंग बोर्ड्स की बिजली भी काट दी गई है।

जल्‍द सुधरेंगे हालात
विशेषज्ञों का कहना है कि बिजली की यह कटौती भयंकर गर्मी की वजह से हुई। जुलाई से यांग्‍त्‍जे नदी का पानी कम होता जा रहा है। साल 1961 में भी ऐसा ही हुआ था जब नदी में बहुत कम पानी बचा था। नदी की मुख्‍यधारा भी सूखती जा रही है। चाइना इंस्‍टीट्यूट फॉर स्‍टडीज इन एनर्जी पॉलिसी के प्रेसीडेंट लिन बोकियांग ने बताया, ‘सिचुआन 77 फीसदी बिजली के लिए हाइड्रो-इलेक्ट्रिक सिस्‍टम पर निर्भर है।’ लेकिन उन्‍होंने उम्‍मीद जताई है कि आने वाले एक या दो हफ्तों में स्थिति बदल जाएगी। लिन ने कहा कि 70 फीसदी बिजली का उपभोग उद्योगों में होता है। ऐसे में बेहतर होगा इंडस्‍ट्रीज कुछ दिनों के लिए उत्‍पादन बंद कर दें।

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