धार
एमपी के धार जिले में मकान की खुदाई के दौरान मजदूरों के हाथ एक बड़ा खजाना लगा है। इस काम में आठ मजदूर लगे थे। सामने एक करोड़ से अधिक के सोने देखकर मजदूरों का इमान डोल गया। किसी को बिना जानकारी दिए मजदूरों ने सोने की गिन्नियां आपस में बांट ली। इन लोगों को यह खजाना जन्माष्टमी के समय मिला था। यहां तक की मजदूरों ने मकान मालिक को भी इसकी जानकारी नहीं दी। वहीं, धार के कुछ बड़े जूलर्स के पास इन लोगों माल बेचने की तैयारी की थी। इसकी भनक पुलिस को लग गई थी। एक मजदूर ने सोने की गिन्नियां बेचकर नई बाइक खरीदी थी। पुलिस ने उसे उठाया तो पूरा राज खुल गया। अब आठ लोग इस मामले में गिरफ्तार किए गए हैं।
मजदूर कर रहे थे पुराने मकान की खुदाई
दरअसल, धार जिले के चिटनीस चौक के करीब नालछा दरवाजा है। यही से कुछ दूरी पर रहने वाले शिवनारायण राठौड़ का पुराना मकान है। मकान का एक हिस्सा जर्जर हो गया है। इसे तोड़कर वह नए मकान बनवा रहे थे। मकान तोड़ने का काम हिम्मतगढ़ के मजदूर कर रहे थे। बताया जा रहा है कि ये मजदूर करीब एक महीने से यहां मकान तोड़ने का काम कर रहे थे। दीवार को गिराते समय मजदूरों को यहां गड़ा हुआ धन मिल गया है। इसमें सोने की गिन्नियां थी। मजदूर से इसे देखते ही खुशी से उछल पड़े और किसी को जानकारी नहीं दी।
सोने की गिन्नियां मिलीं
काम कर रहे मजदूरों को पुराने सोने की गिन्नियां मिली। इसके बाद मजदूरों ने इसे आपस में बांटने का फैसला किया। पहले दिन मजदूरों को 39 गिन्नियां मिली थी। इस बात की जानकारी उस दिन सिर्फ तीन मजदूरों को थी। इसमें सुरेश, सोहन और बर्मा शामिल था। तीनों ने पहाड़ी पर जाकर आपस में सोने की गिन्नियां बांट ली। वहां काम कर रहे मजदूरों को भी जानकारी नहीं दी।
दो दिन बाद फिर गिन्नियां और जूलरी मिली
तीनों मजदूर अगले दिन फिर से वहां काम करने आए ताकि किसी को कोई शक नहीं हो। पुलिस ने बताया कि दो दिन बाद काम करने के दौरान मजदूरों को एक कलश मिला। इस कलश में सोने की गिन्नियां, कुछ बिस्किट और जूलरी के टुकड़े मिले। जूलरी के टुकड़े चार तोले सोने के थे। इसे आठ मजदूरों ने धार के दशहरा मैदान स्थित पहाड़ी पर जाकर आपस में बांट लिया था। मजदूरों को खुदाई के दौरान कुल 86 सोने की गिन्नियां मिली है, जिसकी कीमत एक करोड़ से अधिक है। इसमें सबसे अधिक 21-21 गिन्नियां मजदूर सुरेश, सोहन और बर्मा के पास मिली है। इसके बाद आरोपी सोहन, दिनेश, मनीष, धर्मेंद्र और जितेंद्र के पास से 8-8 गिन्नियां मिली है। पुलिस ने सारी चीजें जप्त कर ली है।
मजदूर ने खरीदी नई बाइक
मजदूरों को गिन्नियां मिली हैं, इस बात की जानकारी सिर्फ इन्हें ही थी। सभी लोगों ने अपने-अपने घरों में इन गिन्नियों को छुपा दिया था। बर्मा नाम के मजदूर ने कुछ गिन्नियों को बेचा था। गिन्नियां बेचकर उसने एक होटल में उधारी चुकाई थी। इसके साथ ही एक नई बाइक खरीदी थी। इस दौरान लोग आश्चर्यचकित हुए थे कि इसके पास अचानक इतने रुपये कहां से आए। इस बात की जानकारी पुलिस को लग गई। साथ ही बर्मा ने शराब के नशे में कुछ लोगों को यह बात बताई थी कि उसे सोने की गिन्नियां मिली हैं। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने सारा राज खोल दिया है।
पुरातत्व विभाग से जुटाई जाएगी जानकारी
पुलिस ने मजदूरों के पास सोने की गिन्नियां, चेन और धातू के कलश को बरामद कर लिया है। इसके बाद पुलिस पुरातत्व विभाग से यह जानकारी जुटाने में लगी है कि यह कितना पुराना है। पुराने होने के कारण की इसकी कीमत अधिक है। पुलिस ने सभी आठ मजदूरों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, इस खजाने के बारे में मकान मालिक को जानकारी नहीं थी। कहा जा रहा है कि ये गिन्नियां पुश्तैनी हो सकती हैं।