दुमका,
झारखंड के दुमका में आग से झुलसी नाबालिग अंकिता सिंह का एक वीडियो सामने आया है. इस वीडियो में अंकिता अपने साथ हुई घटना के बारे में बताती नजर आ रही है. अस्पताल में इलाजरत पीड़िता ने अपने आखिरी शब्द कहे कि जैसे वह तड़पकर मर रही है, आरोपी को भी वैसी ही सजा मिलनी चाहिए.
अस्पताल में इलाज के दौरान रिकॉर्ड किए गए वीडियो में आग में झुलसी अंकिता कहती नजर आ रही है, ”सोमवार रात को हमने पापा को शाहरुख के बारे में बताया था. पापा ने कहा कि सुबह देखते हैं. लेकिन सुबह वह खिड़की से हम पर पेट्रोल डालकर, आग लगाकर भाग गया. शाहरुख के साथ उसका दोस्त छोटू खान भी था. हमने खिड़की से दोनों को भागते हुए देखा था.”
यह बयान दर्ज कराने के बाद पीड़िता अंकिता को 23 अगस्त के दिन दुमका में प्राथमिक इलाज के बाद रांची के रिम्स भेज दिया गया था. 90 फीसदी झुलसी अंकिता की बीते शनिवार रात को मौत हो गई थी.
अंकिता को आग के हवाले करने वाला आरोपी शाहरुख को मंगलवार को ही पकड़ लिया गया था और उसके साथी छोटू खान को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. अंकिता की मौत के बाद से झारखंड में तनाव का माहौल है. हिंदू संगठनों ने दुमका सहित दूसरे शहरों में भी प्रदर्शन किया है.
दादा ने दी मुखाग्नि
कक्षा 12वीं की छात्रा अंकिता के शव को दादा अनिल सिंह ने मुखाग्नि दी. अंकिता की अंतिम यात्रा में दुमका से बीजेपी सांसद सुनील सोरेन, उप विकास आयुक्त कर्ण सत्यार्थी, डीएसपी विजयकुमार सहित कई प्रशासनिक अधिकारी और हिन्दू समर्थित विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ता और आम लोग शामिल हुए.
क्षेत्र में धारा 144 लागू
मृतका अंकिता के घर के आसपास भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. पूरे इलाके को पुलिस ने छावनी में तब्दील कर दिया है. आवास दुमका में जगह-जगह पुलिस की तैनाती है साथ ही धारा 144 लागू कर दी गई है. जिला प्रशासन ने किसी तरह के विरोध, धरना, प्रदर्शन करने पर रोक लगा दी है.
रघुबर दास ने बताया ‘लव जिहाद’
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास ने अंकिता सिंह का साथ हुई घटना पर कहा है कि दुमका की घटना से मानवता, समाज और झारखंड शर्मसार हुआ है. राज्य में आदिवासी बच्चियों, महिलाओं के साथ 1000 से ज़्यादा मामले हुए हैं. यह साधारण घटना नहीं है क्योंकि एक समुदाय विशेष के लोग लव जिहाद के माध्यम से डेमोग्राफी बदलना चाहते हैं.