नई दिल्ली,
दुनिया पर आर्थिक मंदी का साया बढ़ने की चर्चाओं के बीच बड़ी-बड़ी कंपनियों ने अपने यहां छंटनी का खेल शुरू कर दिया है. अलीबाबा, वॉलमार्ट समेत अन्य कंपनियों बाद अब एक और कंपनी स्नैपचैट ने अपने कर्मचारियों को रेड सिग्नल दिखा दिया है. कंपनी ने अपने 20 फीसदी स्टाफ की छंटनी की तैयारी की है.
बुधवार से शुरू हो गया सिलसिला
‘द वर्ज’ की रिपोर्ट के मुताबिक, सोशल मीडिया ऐप स्नैपचैट की मूल कंपनी स्नैप इंक ने अपने 20 फीसदी कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाने की तैयारी कर ली है. इसमें बताया गया कि कंपनी लंबे समय से इस बड़ी छंटनी का प्लान बना रही थी. रिपोर्ट में कहा गया कि महीने के आखिरी दिन यानी बुधवार 31 अगस्त से स्नैपचैट में छंटनी का सिलसिला शुरू हो गया है.
1280 कर्मचारियों की होगी छंटनी
गौरतलब है कि Snap Inc में फिलहाल, करीब 6,400 कर्मचारी कार्यरत हैं. इस तरह 20 फीसदी कर्मचारियों का मतलब 1,280 कर्मचारी की नौकरी जानी तय मानी जा रही है. मंगलवार की देर रात जारी की गई इस रिपोर्ट में कहा गया है कि स्नैपचैट के अंदर मिनी ऐप और गेम पर काम करने वाली टीम इस छंटनी से बुरी तरह प्रभावित होगी.
बड़े अधिकारियों ने दिए इस्तीफे
इस बीच खबर ये भी है कि कंपनी के मुख्य व्यवसाय अधिकारी जेरेमी गोर्मन ने इस्तीफा दे दिया है और वे अब नेटफ्लिक्स में अपनी सेवाएं देने वाले हैं. इसके अलावा यूएस-वाइस प्रेसिडेंट पीटर नायलर ने भी अपना पद छोड़ कंपनी को अलविदा कह दिया है. इनके भी स्ट्रीमिंग ऐप NetFlix के जुड़ने की चर्चाएं हैं.
कंपनी को हुआ बड़ा घाटा
बता दें कि पिछले महीने घोषित किए गए परिणामों के अनुसार, कंपनी को बीती तिमाही में करीब 10 अरब डॉलर का नुकसान हुआ. इसका शेयर फिसलकर 52 सप्ताह के निचले स्तर पर पहुंच गया है. घाटे की बात करें तो पिछले वित्त वर्ष में हुए 152 मिलियन डॉलर की तुलना में उसे 422 मिलियन का शुद्ध घाटा हुआ है. इसके चलते पहले ही स्नैपचैट ने हायरिंग को धीमा करने की घोषणा कर दी थी.
इसलिए चर्चा में रहा था स्नैपचैट
अमेरिकी इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप Snapchat ने बीते साल 2021 में भारत में अपने 100 मिलियन मंथली यूजर्स का आंकड़ा क्रॉस किया था. स्नैपचैट ऐप की बात करें तो इस ऐप पर दोस्तों के साथ फोटोज शेयर कर सकते हैं. हालांकि इस ऐप की खासियत इसके अलग अलग तरह के फिल्टर्स हैं जिसमें कंपनी लगातार नए एक्सपेरिमेंट करती रहती है. यहां बता दें कि साल 2017 में स्नैपचैट देश में उस समय चर्चा में आया था, जब इसके CEO ने भारत को गरीब देश कहा था. इसके बाद भारत में स्नैपचैट का बायकॉट भी हुआ था.