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रूस और यूक्रेन के बीच जंग शुरू हुए अब 6 महीने से ज्यादा समय हो गया है और दोनों ही पक्ष हार मानने को तैयार नहीं दिखाई दे रहे हैं। अमेरिका के नेतृत्व में नाटो देश जहां यूक्रेन की खुलकर हथियारों की मदद कर रहे हैं, रूस को ईरान जैसे देशों का साथ मिल रहा है। इस बीच सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें नजर आ रहा है कि पाकिस्तान में बने तोप के गोले यूक्रेन के सैनिक रूसी सैनिकों पर दाग रहे हैं। इससे पहले खुलासा हुआ था कि पाकिस्तान कई महीने से ब्रिटिश मालवाहक विमानों की मदद से यूक्रेन को हथियार भेज रहा है। अब इसके सबूत भी आ गए हैं।
इससे पहले इमरान सरकार ने देश की कंगाली को देखते हुए कोशिश की थी कि रूस से सस्ता तेल और गेहूं मंगाया जाए, इसी वजह से वह यूक्रेन जंग शुरू होने के ठीक बाद पुतिन से मिलने गए थे लेकिन इस ताजा खुलासे पाकिस्तान को झटका लग सकता है। बताया जा रहा है कि वीडियो में जो तोप का गोला दिखाई दे रहा है, वह पाकिस्तान ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के 122 एमएम के HE आर्टिलरी गोले हैं। बताया जा रहा है कि ये गोले अभी कुछ महीने पहले ही में बनाए गए हैं।
ग्लोबमास्टर प्लेन ने हर दिन पाकिस्तानी एयरबेस से उड़ान भरी
माना जा रहा है कि यूक्रेन युद्ध को देखते हुए इन तोप के गोलों का निर्माण किया गया है। इससे पहले खुलासा हुआ था कि पाकिस्तान पश्चिमी देशों के हथियारों की आपूर्ति का हिस्सा है। पाकिस्तान के रावलपिंडी शहर में नूर खान एयरबेस के जरिए पश्चिमी देश रोमानिया के हवाई अड्डे तक हथियार पहुंचा रहे हैं। इस दौरान ब्रिटेन के एक एयरबेस का भी इस्तेमाल किया गया है। इससे पहले पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ब्रिटेन के दौरे पर गए थे। वह भी तब जब पाकिस्तान गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है।
इस हवाई पुल में ईरान और अफगानिस्तान के हवाई मार्ग का परहेज किया गया। गत 6 अगस्त से 15 अगस्त के बीच इन हथियारों को ट्रांसफर किया गया था। ब्रिटिश वायुसेना के एक ग्लोबमास्टर प्लेन ने हर दिन पाकिस्तानी एयरबेस से उड़ान भरी थी। इसी उड़ान के जरिए यूक्रेन की सेना को तोप के गोले भेजे गए थे। रूस के हमले शुरू होने के बाद से ही यूक्रेन को पश्चिमी देशों की ओर से हथियारों की आपूर्ति की जा रही है।