नई दिल्ली,
नोएडा में ट्विन टावर ध्वस्त कर दिया गया है. 9 सेकेंड के भीतर एक विस्फोट के जरिए प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया. लेकिन अब जो रिपोर्ट सामने आ रही है उसके मुताबिक इस प्रक्रिया की वजह से कुछ फ्लैट्स को नुकसान पहुंचा है. उनकी दीवारों पर क्रैक देखे गए हैं.
एटीएस विलेज की सोसाइटी का जो फ्लैट है, उसकी दीवारों पर क्रैक देखे गए हैं. इन क्रैक को सबसे पहले फ्लैट में रह रहे किराएदार ने देखा है. इस बारे में फ्लैट मालिक के भाई का कहना है कि मेरे भाई नितिन गौतम ने एटीएस विलेज में फ्लैट रेंट पर दे रखा है. जब कुछ दिन पहले वहां रह रहे किराएदार वापस आए तो उन्होंने दीवारों पर क्रैक देखा. उनकी तरफ से RWA को इस बात की जानकारी दे दी गई है. मरम्मत को लेकर भी बात हो गई है.
वैसे जिस कंपनी ने ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया को पूरा किया था, उनका साफ मानना है कि ऐसे क्रैक को लेकर सभी लोगों को पहले ही जानकारी दे दी गई थी. रिपोर्टरों से बात करते हुए ट्विन टावर प्रोजेक्ट के मैनेजर ने कहा है कि जब कोई बड़ी बिल्डिंग गिराई जाती है, तो ऐसे क्रैक आना स्वाभाविक है. पहले ही लोगों को इस बारे में बता दिया गया था. इसी वजह से ऐसे हर नुकसान के लिए 100 करोड़ का बीमा भी रखा गया है. अगर किसी दूसरी बिल्डिंग में भी ऐसे क्रैक देखे गए हैं तो वहां भी ध्यान दिया जाएगा.
अभी के लिए ट्विन टावर को तो ध्वस्त कर दिया गया है, लेकिन उसके मलबे को हटाने वाला काम अभी बाकी है. जानकारी के मुताबिक ट्विन टावर का मलबा हटाने का काम इसे गिराए जाने के तकरीबन एक हफ्ते बाद शुरू हो पाएगा. सबसे पहले मलबे को अलग-अलग किया जाएगा और उसके बाद इसको सी एंड डी वेस्ट प्लांट भेज दिया जाएगा. ट्विन टावर गिराए जाने के बाद उससे निकले मलबे को कंस्ट्रक्शन एंड डिब्रिस वेस्ट प्लांट सेक्टर 80 भेजा जाएगा.