भोपाल, सागर
अब तक छह हत्याएं कर चुका सीरियल किलर शुक्रवार मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से पकड़ा गया। सागर में चार और पुणे में एक हत्या करने के बाद एक सितंबर की रात उसने भोपाल में भी एक सिक्योरिटी गार्ड की जान ली थी। यही उसका अंतिम अपराध साबित हुआ। पुलिस ने मोबाइल ट्रैकिंग की मदद से उसे पकड़ा। बीते छह दिनों में ही उसने सागर और भोपाल में चार गार्ड्स की जान ली थी।
पकड़े गए सीरियल किलर की हत्याओं का पैटर्न एक जैसा था। उसके निशाने पर केवल सिक्योरिटी गार्ड होते थे। रात के अंधेरे में वह उन पर तब हमला करता था, जब वे सो रहे थे। नींद में वह उनके सिर पर पत्थर या हथौड़े जैसे किली भारी चीज से वार करता था।
पहली हत्याः एक मई को सागर के मकरोनिया थाना क्षेत्र में उत्तम रजक को मारा। 58 वर्षीय उत्तम नींद में था, जब उसके सिर पर डंडों से हमला किया। चार महीने बीतने के बाद भी पुलिस को इस मामले में कोई सुराग नहीं मिल सका।
दूसरी हत्या: 27 अगस्त की रात एक से तीन बजे के बीच फैक्ट्री के गार्ड कल्याण सिंह लौधी की जान ली। कल्याण फैक्ट्री में सो रहा था, जब उसके सिर पर डंडे से हमला किया गया। कल्याण की मौक पर ही मौत हो गई। फैक्ट्री के पास लगे सीसीटीवी में एक संदिग्ध नजर आया, लेकिन इससे कुछ स्पष्ट सुराग नहीं मिल सके।
तीसरी हत्याः आर्ट्स एंड कॉमर्स कॉलेज के गार्ड शंभूदयाल दूबे की सोते समय हत्या की। शंभू के सिर पर पत्थर पटककर उसकी जान ली। पुलिस को घटनास्थल से खून से सना पत्थर मिला था। इसके अलावा एक मोबाइल भी बरामद हुआ। यह मोबाइल कल्याण लोधी का था जिसकी एक दिन पहले जान ली थी।
चौथी हत्याः 30 अगस्त की रात को मोतीनगर क्षेत्र में मंगल अहीरवार की जान ली। मंगल एक मकान में सिक्योरिटी गार्ड था। उसके सिर पर फावड़े से वार किया गया था। पुलिस को घटनास्थल से फावड़ा मिला था।
पांचवीं हत्याः एक सितंबर की रात को भोपाल के खजूरी थाना क्षेत्र में सोनू वर्मा को मारा। सोनू एक मार्बल की दुकान में सिक्योरिटी गार्ड था। उसके सिर पर मार्बल से ही वार कर उसकी जान ली। यह वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई।
छठी हत्याः आरोपी ने खुद कबूल किया है कि उसने पुणे में एक सिक्योरिटी गार्ड पर जानलेवा हमला किया था। इसके बारे में विस्तृत जानकारी फिलहाल नहीं मिल पाई है।