मल्लपुरम
पक्षी आसमान के तारे हैं,उन्हें तोड़ोगे तो जीवन में अंधियारा ही अंधियारा है। जैसे इंसान के लिए दो कमरे का घर ही उसका आशियाना होता है वैसे ही पक्षियों के लिए पेड़ ही उसका ठिकाना होता है। सोशल मीडिया पर सुबह से वायरल हो रहे वीडियो के लिए यह लाइन बिल्कुल सटीक बैठती हैं। वीडियो केरल के मल्लपुरम का बताया जा रहा है। वीडियो में बुलडोजर की मदद से सड़क किनारे लगे पेड़ को जड़ से उखाड़ देते हैं। पेड़ को उखाड़ने वाले लोग यह भूल गए कि उसपर बड़ी संख्या में पक्षी रह रहे थे। पेड़ के अचानक गिरते ही उसमें बैठे सारे पक्षी घबराकर इधर-उधर उड़ गए लेकिन कई पक्षियों की पेड़ के नीचे दबने से मौत हो गई। सोशल मीडिया पर पक्षियों की इस बेबसता को देख कई लोग मायूस हुए। इस वीडियो को कई हैंडल से शेयर किया गया है।
For reaching our home early,
We destroy the homes of our co habitats permanently☹️Via @k_sallap pic.twitter.com/O0lAdhYe6f
— Susanta Nanda (@susantananda3) September 2, 2022
जिसने भी देखा उसका दिल पसीज गया
केरल के मल्लपुरम से शुक्रवार को यह वीडियो तेजी से वायरल हुआ। लोगों ने अपने-अपने हैंडल से वीडियो शेयर कर पेड़ गिराने वालों पर जमकर अपनी भड़ास निकाली। एक ट्विटर यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि इन्सान कभी नही सुधर सकता है। कहते हैं संसार में सभी जीवों में सबसे सर्वश्रेष्ठ मनुष्य है,ये देख के तो नही लगता। दयनीय। जिस देश में पेड़ पक्षी सबकी पूजा होती हो वहां ये देखने के बाद जिसने भी किया या करवाया क्या यह सही है। इसके अलावा कई लोगों ने इस वीडियो पर अपने रिएक्शन दिए हैं।
पक्षियों का उजड़ा आशियाना लोगों ने निकाला गुस्सा
केरल के मल्लपुरम का यह वीडियो जिसने भी देखा उसका दिल पसीज गया। पेड़ केस जमीन पर गिरते ही बदहवास हालत में पक्षी भागते दिखे और इस प्रयास में कई को अपनी जान भी गंवानी पड़ी। एक यूजर ने इस वीडियो पर लिखा कि यह काफी भयावह है। क्या सोशल मीडिया पर इस तरह से देखने के लिए इसका मंचन किया गया था? वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा कि हाइवे एक्सटेंशन के लिए यह कदम उठाया गया था। वन विभाग ने इसकी इजाजात नहीं दी थी। बुलडोजर के ड्राइवर को अरेस्ट कर लिया गया है।
एक और अन्य यूजर ने पक्षियों पर दुख जताते हुए लिखा कि बहुत ही दुखदायी,बहुत बुरा है ऐसा करना। दूसरों का आशियाना उजाड़ने वाले कभी सुकून से नही रह पाते |मानव अपना धैर्य सहनशीलता मानवता सब भूलता जा रहा | जाने क्या हासिल कर लेंगे ऐसा करके। वहीं एक और अन्य यूजर ने लिखा कि ये लोग घर की कीमत नहीं जानते, यह काफी दुखद है। एक अन्य यूजर ने लिखा कि प्रकृति जरूर पलटकर जवाब देती है। ताजुब्ब तो यह है कि इंसान इससे कुछ सीखता नहीं है और लगातार असंतुलन बना रहा है। पेशे से IFS प्रवीण ने कहा कि हर किसी को घर चाहिए, हम कितने निर्दयी हो गए हैं।