मॉस्को
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन खुद वोस्तोक 2022 सैन्य अभ्यास में शामिल होंगे। शुक्रवार को खबरों में इसकी जानकारी दी गई। रूस के सरकारी चैनल RT के मुताबिक क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि 6 सितंबर को पुतिन सैन्य अभ्यास के सक्रिय चरण का हिस्सा बनेंगे। कई एशियाई देशों के साथ सैन्य अभ्यास करने जा रहे पुतिन सितंबर के मध्य में मध्य एशिया के दौरे पर आ सकते हैं। यहां वह क्षेत्रीय सम्मेलन के लिए चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और अन्य नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं। 1 से 7 सितंबर तक चलने वाले इस अभ्यास की मेजबानी रूस कर रहा है जिसमें चीन, भारत जैसे कई देश हिस्सा ले रहे हैं।
फॉक्स न्यूज की खबर के अनुसार, पेसकोव ने कहा कि वह खुद व्लादिवोस्तोक में मौजूद रहेंगे। व्लादिवोस्तोक जापानी सागर के किनारे और उत्तर कोरिया के उत्तर में स्थित एक रूसी शहर है। उन्होंने कहा कि सशस्त्र बलों की स्ट्रैटेजिक कमांड और स्टाफ एक्सरसाइज वोस्तोक-2022 यहीं से शुरू होगी। रूस के रक्षा मंत्रालय ने इस हफ्ते कहा कि सैन्य अभ्यास 1 से 7 सितंबर के बीच रूस के पूर्व में अलग-अलग जगहों पर होगा।
50 हजार सैनिक और 5000 हथियार
इस अभ्यास में चीन, भारत के अलावा लाओस, मंगोलिया, निकारागुआ और सीरिया समेत कई देशों के 50 हजार से अधिक सैनिक हिस्सा लेंगे। यह अभ्यास सात अलग-अलग फायरिंग रेंज पर होगा और इसमें 5000 से अधिक हथियार, 140 विमान और 60 युद्धपोत शामिल होंगे। इस अभ्यास ने विशेषज्ञों की चिंता बढ़ा दी है। उनका कहना है कि यह अभ्यास अमेरिका से तनाव के बीच सिर्फ रूस और चीन के बीच के गहरे संबंधों का प्रदर्शन भर नहीं है बल्कि यह यूक्रेन युद्ध के बीच मिलिट्री ड्रिल में शामिल होने के लिए हजारों सैनिकों को भेजने की रूसी क्षमता को भी दिखाता है।
एक्सपर्ट ने कहा- हम खतरे में हैं
अमेरिका की खुफिया एजेंसी डिफेंस इंटेलिजेंस एजेंसी (DIA) की एक पूर्व खुफिया अधिकारी रेबका कॉफलर ने कहा कि यह एक ‘रणनीतिक संदेश अभियान’ है। वहीं रूसी विशेषज्ञों का कहना है कि पुतिन पश्चिमी देशों को यह बताना चाहते हैं कि मॉस्को अलग-थलग नहीं पड़ा है जैसा यूक्रेन युद्ध के बाद अमेरिका और उसके सहयोगी देश सोच रहे हैं। कॉफलर ने कहा कि पुतिन अमेरिका और पश्चिमी देशों को चौंका सकते हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि हम बेहद गंभीर खतरे में हैं। रूस और चीन गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार कर रहे हैं और वर्तमान अमेरिकी प्रशासन के लिए उनके मन में कोई सम्मान नहीं है।