भोपाल
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया में गजब की जुगलबंदी देखने को मिल रही है। कभी दोनों में इतनी अदावत थी कि एक-दूसरे के नाम सुनते ही बरस पड़ते थे। बीते एक महीने में दोनों की यारी ज्यादा ही प्रगाढ़ हो गई है। इससे एमपी की राजनीति में खलबली है। शनिवार को इंदौर में दोनों की जबरदस्त वाली यारी एक बार फिर से देखने को मिली है, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। सियासी पंडित प्रगाढ़ होते रिश्तों का आकलन अलग-अलग तरीकों से कर रहे हैं। इस बीच कांग्रेस ने दो बड़े हिंट दिए हैं। कांग्रेस ने जिन दो चीजों का जिक्र किया है, उसकी संभावनाएं भविष्य में जरूर दिखती हैं।
दरअसल, ज्योतिरादित्य सिंधिया शनिवार को अपने समर्थक मंत्रियों के साथ एमपीसीए के कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। पूर्व क्रिकेटर अनिल कुंबले भी कार्यक्रम में मौजूद थे। साथ ही बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी वहां थे। कैलाश विजयवर्गीय अन्य बीजेपी नेताओं के साथ मंच के नीचे बैठे थे। इस बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया मंच से नीचे आए और कैलाश विजयवर्गीय को पकड़कर मंच पर ले गए। कैलाश विजयवर्गीय को जब वह मंच पर लेकर जाने लगे तो वह थोड़े असहज दिखे।
हालांकि ज्योतिरादित्य सिंधिया को वह मना नहीं कर पाए। इसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने साथ कैलाश विजयवर्गीय को मंच पर ले गए। इस दौरान हॉल में लोग ताली बजाने लगे। कैलाश विजयवर्गीय और ज्योतिरादित्य सिंधिया की इंदौर नई जुगलबंदी को लेकर कई मायने निकाले जा रहे हैं। एक महीने के अंदर दूसरी बार दोनों में यह याराना दिखा है। इससे पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने बेटे को लेकर कैलाश विजयवर्गीय के घर गए थे। साथ ही उनके घर पर लंच भी किया था।
कैलाश विजयवर्गीय के पास अभी कोई जिम्मेदारी नहीं
दरअसल, कैलाश विजयवर्गीय पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव हैं। अभी तक वह पश्चिम बंगाल के प्रभारी थे। पिछले दिनों पश्चिम बंगाल में उनकी जगह किसी और को प्रभारी नियुक्त कर दिया गया है। इसके बाद से पार्टी में उनके पास कोई जिम्मेदारी नहीं है। कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रदेश संगठन में उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। भोपाल में आज बीजेपी कार्यसमिति की बैठक भी हुई है। इसमें संगठन को मजबूती प्रदान करने पर चर्चा हुई है।
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कांग्रेस ने दिए दो हिंट
वहीं, दोनों की मुलाकात पर कांग्रेस ने संकेत दिए हैं। कांग्रेस नेता नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट कर कहा है कि पहले एक-दूसरे को देखना तक पसंद नहीं करते थे। अब घर बेटे के साथ खाना खाने जाना, मंच पर हाथ पकड़कर ले जाना, इस परिवर्तन के पीछे कुछ तो है। कांग्रेस ने कहा है कि यह सब MPCA के आगामी चुनाव में बेटे की ताजपोशी के लिये हैं या एमपी की भविष्य की राजनीति के कोई नये संकेत… जो भी हो, जल्द सामने आयेगा।
बीजेपी इन चीजों से करती है इनकार
इसके साथ ही दोनों की जुगलबंदी पर किसी तरह की संभावनाओं को बीजेपी खारिज करती है। बीजेपी ने कहा है कि हमारे नेताओं के बीच रिश्ते ऐसे ही होते हैं। आपस में लोग मिलते रहते हैं। कैलाश विजयवर्गीय का यह सम्मान है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया उन्हें उठाकर मंच पर ले गए।