रांची
झारखंड विधानसभा में शक्ति परीक्षण के बाद सीएम हेमंत सोरेन ने विपक्षी पार्टी बीजेपी पर जमकर हमला किया। उन्होंने कहा कि कपड़ा, सब्जी, राशन खरीदने की बात तो सुनी थी, लेकिन बीजेपी अब विधायकों को खरीदने में लगी है। व्यापारियों की जमात ने पूरे देश को अस्त-व्यस्त कर दिया है। हेमंत सोरेन ने कहा कि वे आंदोलनकारी शिबू सोरेन के पुत्र हैं, ऐसी कोशिशों से डरने या घबराने वाले नहीं है। आज बीजेपी के नेता केंद्र सरकार के अहंकार और घमंड में चूर हैं। वे सोच रहे कि जो चाहेंगे कर लेंगे, लेकिन वे ऐसा नहीं होने देंगे।
यूपीए मुंहतोड़ और कानूनी जवाब देने के लिए तैयार
सीएम हेमंत सोरेन ने विश्वास मत प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान राज्यपाल से मामले को खत्म करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि यूपीए गठबंधन हर परिस्थिति में मुंहतोड़ और कानूनी जवाब देने के लिए तैयार है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि साल 2019 के विधानसभा चुनाव में यूपीए को स्पष्ट बहुमत मिला है। बावजूद इसके अभी विश्वास मत प्रस्ताव हासिल करने की आवश्यकता इसलिए पड़ी, जिससे देश और पूरे राज्य की जनता को सारी बातों की जानकारी दी जा सके।
‘मनुवादी सोच को बढ़ावा मिला, देश बांटने की कोशिश’
हेमंत सोरेन ने कहा कि वे बीजेपी नेताओं को करारा जवाब देने के लिए तैयार हैं। देश के अलग-अलग राज्यों में लोकप्रिय सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की जा रही है। मीडिया के माध्यम से इन्हें बदनाम करने की कवायद हो रही। केंद्र की इस सरकार ने आजादी के पहले की मनुवादी सोच को बढ़ावा देने का काम किया। ये धर्म के नाम पर देश को हिस्सों में बांटने का प्रयास कर रहे।
‘जेट विमान से आकर पैसा बांटने वाले बताएं कितने मरीजों को एयरलिफ्ट किया’
दुमका की पीड़िता का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि वे हवाई जहाज और जेट विमान से पैसा बांटने पहुंच जाते हैं। सरकार से पूछते हैं कि गंभीर हालत के बावजूद राज्य सरकार की ओर से पीड़िता को क्यों नहीं रेस्क्यू किया गया। लेकिन उनके पास इतना पैसा है, तो यह बताना चाहिए कि उन्होंने अब तक कितने मरीजों को बेहतर इलाज के लिए एयर एंबुलेंस से लिफ्ट करने का काम किया है। राज्य सरकार आम नागरिक हो या मुजरिम सबकी जान बचाने की कोशिश में जुटी है। चतरा की एक एसिड पीड़िता को एयर एंबुलेंस से दिल्ली भेजा गया, गंभीर रूप से घायल एक युवक को भी दिल्ली भेजा गया। यहां तक कि बीजेपी के एक गंभीर विधायक को भी राज्य सरकार ने बेहतर इलाज के लिए बाहर भेजने का काम किया।
आतंरिक सर्वे में सूपड़ा साफ होने के आकलन से बौखलाहट
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि बीजेपी की ओर से एक आतंरिक सर्वे करा लिया गया है, जिसमें उन्हें पता चला है कि साल 2024 में इनका सूपड़ा साफ हो जाएगा। इसलिए अब वे खरीद-फरोख्त में जुट गए हैं। झारखंड के विधायकों की खरीद-फरोख्त की कोशिश हुई, उसमें असम के मुख्यमंत्री का नाम सामने आया। हालांकि, पश्चिम बंगाल की पुलिस जब जांच के लिए दिल्ली और असम गई, तो उनकी ओर से जांच में कोई सहयोग नहीं किया गया। यहां तक पूर्वोत्तर में दो राज्यों की पुलिस आपस में भिड़ गई। आज पूरे देश में गृहयुद्ध की स्थिति पैदा कर चुनाव जीतने की कोशिश की जा रही है, लेकिन यूपीए के रहते उनका मंसूबा सफल नहीं होगा।
विधायकों को डराने-धमकाने और खरीद-फरोख्त की कोशिश
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में भारत निर्वाचन आयोग की ओर से 25 अगस्त को ही अपना मंतव्य सौंपा जा चुका हैं। लेकिन इस राज्य में चुनाव आयोग और राज्यपाल की ओर से इस तरह की पस्थितियां पैदा कर दी गई हैं। चुनाव आयोग कहता है कि राज्यपाल को फैसला भेज दिया गया है, राज्यपाल चुप बैठ जाते हैं। जब यूपीए शिष्टमंडल मुलाकात करता है, तो राज्यपाल कहते हैं कि विचार कर रहे। इसके बाद वे पिछले दरवाजे से राजभवन से निकल कर दिल्ली में जाकर बैठ जाते हैं। अब विधायकों को डराने-धमकाने और खरीद-फरोख्त की कोशिश की जा रही है। यही कारण है कि विश्वास मत प्रस्ताव लाना पड़ा। आज सरकारी कर्मचारियों, सहायक पुलिस कर्मियों, पारा कर्मियों, आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका के चेहरे पर मुस्कान है।
‘आंदोलनकारी का पुत्र हूं… डरने वाले नहीं’
हेमंत सोरेन ने कहा कि वे आंदोलनकारी शिबू सोरेन के पुत्र हैं, ऐसे प्रयास से डरने वाले या घबराने वाले नहीं है। आज बीजेपी के नेता केंद्र सरकार के अहंकार और घमंड में चूर हैं। वे सोच रहे कि जो चाहेंगे कर लेंगे, लेकिन वे ऐसा नहीं देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी विधायक समरी लाल दूसरे राज्य से फर्जी जाति प्रमाण पत्र लाकर विधायक बन जाते हैं। लेकिन उनकी सदस्यता के मसले पर कोई फैसला नहीं लिया जा रहा है।
बाबूलाल मरांडी गिरगिट से भी तेजी से रंग बदलते है: CM
बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी पर सीएम हेमंत सोरेन ने कटाक्ष किया। सीएम ने कहा कि साल 2014 के विधानसभा चुनाव के बाद वे खुद कहते थे कि बीजेपी ने उनके विधायकों को खरीद लिया है। अब जिस तरह से गिरगिट से भी तेजी से बाबूलाल ने रंग बदलने का काम किया है, ऐसे चरित्र वाले नेताओं के कारण ही आदिवासियों और मूलवासियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। वे दोनों हाथ में लड्डू रखना चाहते हैं। उन्हें यह बताना चाहिए कि 1932 के खतियान के आधार पर स्थानीय नीति क्यों नहीं बनी? सीएनटी-एसपीटी एक्ट का उल्लंघन क्यों हुआ, ओबीसी आरक्षण किसके कार्यकाल में घटाया गया है।
‘विपक्ष में कई नौटंकीबाज, भयावह और क्रूर चेहरा पहचानना कठिन’
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि विपक्ष में नौटंकीबाज के कई चेहरे है। इनकी पहचान मुश्किल है। इन्हें शाखाओं में ट्रेनिंग दी जाती है। इनमें से 2-3 विधायकों पर पूर्व में बिकाऊ होने का भी आरोप लग चुका है। इनका चेहरा भयावह, डरावना और क्रूर है, इन्हें पहचाना मुश्किल है, लेकिन अगले चुनाव में इनकी जमानत भी बच जाती है, तो बड़ी बात होगी। वर्ष 2024 के विधानसभा चुनाव के पहले लोकसभा चुनाव में ही इन्हें जवाब मिल जाएगा। उन्होंने कहा कि वे अपने काम और उपलब्धियों के आधार पर बीजेपी को कुचलने का काम करेंगे।
‘1932 के खतियान पर जल्द आगे बढ़ेंगे, सुखाड़ से निपटेंगे’
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार 1932 के खतियान के आधार पर स्थानीय नीति तैयार करने के लिए बहुत जल्दी आगे बढ़ने जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार को सुखाड़ की भी चिंता है, कई जिलों में अल्पवृष्टि के कारण स्थिति अच्छी नहीं है, समीक्षा के बाद इन क्षत्रों के लिए बेहतर योजना बनाई जाएगी।
‘अदाणी पोर्ट से 90 फीसदी ड्रग्स तस्करी’
हेमंत सोरेन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के आधे राज्यों से लड़ रहे हैं। ऐसे में देश का विकास कैसे होगा, यह समझा जा सकता है। आज अदाणी के पोर्ट से 90 फीसदी ड्रग्स की तस्करी हो रही है, लेकिन क्या कार्रवाई हो रही है। यह सभी देख रहे हैं।