और इस बार अर्शदीप, ‘मौका मौका’ की तलाश में रहता है पाकिस्तान का नफरती ‘भाई जान’

नई दिल्ली,

पाकिस्तान के खिलाफ मैच में अर्शदीप सिंह ने एक कैच क्या छोड़ा, सोशल मीडिया पर उन्हें ट्रोल किया जाने लगा। 18वें ओवर की इस गलती को टर्निंग पॉइंट माना गया। लेकिन पाकिस्तान में बैठे कुछ लोग सोशल मीडिया पर खालिस्तानी प्रोपगैंडा फैलाने लगे। वे अर्शदीप को खालिस्तानी साबित करने की कोशिश करने लगे। पाकिस्तान के प्रोजेक्ट के तहत अर्शदीप को जोड़ा जाने लगा। इतना ही नहीं, इन नफरती लोगों ने अर्शदीप सिंह के विकीपीडिया पेज से भी छेड़छाड़ की गई। पाकिस्तानी आईपी एड्रेस से विकीपीडिया पेज पर खालिस्तान स्क्वॉड, खालिस्तान जैसे शब्द जोड़ दिए गए। हालांकि पाकिस्तान के खालिस्तानी एजेंडे को बेनकाब होने में ज्यादा वक्त नहीं लगा। आपको याद होगा कुछ ऐसी ही हरकत पाकिस्तानियों ने मोहम्मद शमी के साथ की थी।

टी20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान ने भारत को हरा दिया था। भारत के कई खिलाड़ियों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा था लेकिन नफरती पाकिस्तानियों ने शमी के शर्म को आधार बनाकर ट्रोल करना शुरू कर दिया। उनकी मंशा भारत में धर्म के आधार पर भेदभाव पैदा कर धार्मिक वैमनस्य पैदा करना था। इनकी मंशा यह थी कि शमी को ‘आईएसआई एजेंट’ बताने से भारत में लोग अपने ही खिलाड़ी के खिलाफ हो जाएंगे। पाकिस्तानी ट्विटर हैंडल से लिखा जाने लगा, हमें आप पर गर्व है। कुछ ने यह भी लिख दिया कि शमी पाकिस्तान की ओर से खेल रहे हैं। हालांकि इनकी नफरती मंशा नाकाम रही।

अब अर्शदीप सिंह के खिलाफ भी वैसा ही माहौल बनाया गया है। जैसे ही अर्शदीप ने कैच ड्रॉप किया तो पाकिस्तान के अलग-अलग ट्विटर अकाउंट्स से उन्हें खालिस्तानी बोलना शुरू कर दिया। पाकिस्तान की तरफ से एक ऐसा नरेटिव बनाया गया कि वहां धार्मिक स्तर पर स्थिति ठीक नहीं है। भारत में धार्मिक समभाव बिगाड़ने की नापाक साजिश की गई। विकीपीडिया पेज की लॉग डिटेल देखने से पता चलता है कि रातभर उसमें एडिटिंग की गई। उन्होंने ऐसा प्रचारित करना शुरू कर दिया कि भारतीय मीडिया अर्शदीप को खालिस्तानी कह रही है। सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की इनकी साजिश फेल हो गई क्योंकि भारत में इस प्रोपगैंडा का जमकर विरोध हुआ और लोग अर्शदीप के सपोर्ट में उतर आए।

भारतीयों के नाम से कुछ फर्जी अकाउंट बनाकर अर्शदीप के खिलाफ लिखा गया। वे ऐसा नरेटिव तैयार करने लगे जैसे भारतीय अर्शदीप को खालिस्तानी कह रहे हों, और वे पाकिस्तानी नागरिक के तौर पर खेल में हार जीत तो लगी रहती है, वाला ज्ञान देने लगे। खैर, आज तकनीकी के इस दौर में पाकिस्तानी अपनी हरकतों से छिप नहीं सकते हैं। सबको पता चल गया कि इसके पीछे पाकिस्तान है और उसकी मंशा दुनिया के सामने आ गई। #IStandWithArshdeepSingh ट्रेंड करने लगा है।

पाकिस्तान की चाल समझते हुए भारत में कई दिग्गज हस्तियों, क्रिकेटर्स, खेलप्रेमियों ने सोशल मीडिया पर अर्शदीप सिंह का समर्थन किया। मनजिंदर सिंह सिरसा ने लिखा,’अर्शदीप सिंह के ख़िलाफ पाकिस्तान और ISI द्वारा ट्विटर पर चलाए जा खालिस्तानी ट्रेंड की मैं कड़ी निंदा करता हूं। हर भारतीय #arshdeepsingh के साथ खड़ा है और भारत में सिखों को अलग-थलग करने की पाकिस्तान की नापाक़ कोशिश कभी क़ामयाब नहीं होगी।’ आगे पाकिस्तानियों के ट्वीट्स देख लीजिए, जिनसे उनकी नफरती मंशा साफ समझ में आती है। इन ट्वीट्स में जहर फैलाया जाने लगा कि भारत में मुसलमानों को पाकिस्तानी कहा जाता है और सिखों को खालिस्तानी। जबकि ये सब किया धरा पाकिस्तान में बैठे लोगों का है।

अर्शदीप सिंह निशाने पर क्यों हैं?
एशिया कप में रविवार को भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच हुआ था. सुपर चार के इस मैच में पाकिस्तान ने भारत को पांच विकेट से हरा दिया था. इस मैच में अर्शदीप सिंह ने रवि बिश्नोई की बॉल पर आसिफ अली का बेहद आसान कैच टपका दिया था. यह 17वें ओवर की बात है. उस वक्त पाकिस्तान को 12 गेंद में 26 रनों की जरूरत थी. इसके बाद जब टीम इंडिया मैच हारी तो लोगों ने ट्विटर पर अर्शदीप सिंह को निशाने पर लिया.

टीम इंडिया के युवा बॉलर अर्शदीप सिंह से एक कैच क्या छूटा, लोगों ने उनका खालिस्तान तक से फर्जी कनेक्शन बना डाला. सोशल मीडिया पर वह निशाने पर थे. इतना ही नहीं, विकिपीडिया पर अर्शदीप सिंह के पेज पर कुछ बदलाव किया गया और वहां पर ‘खालिस्तानी’ संगठन से संबंध की बात को जोड़ दिया गया. विवाद बढ़ने के बाद भारत सरकार ने भी एक्शन लिया और आईटी मंत्रालय द्वारा विकिपीडिया को नोटिस भेजा गया.

टीम इंडिया ने दिया अर्शदीप सिंह का साथ
मैच के तुरंत बाद से ही अर्शदीप सिंह की आलोचना शुरू हो गई थी. सोशल मीडिया पर उनकी ट्रोलिंग की गई. हालांकि, टीम इंडिया ने पूरी तरह से अर्शदीप सिंह का साथ दिया है. पूर्व कप्तान विराट कोहली ने कहा है कि कोई भी गलती होना मैच का हिस्सा है, आप ऐसी गलतियों से सीखते हैं और आगे बढ़ते हैं. हमारी टीम का माहौल काफी बेहतर है, सभी सीनियर्स जूनियर प्लेयर्स के साथ हैं. हरभजन सिंह ने भी अर्शदीप सिंह का सपोर्ट किया.

पंजाब सरकार के खेल मंत्री मीत हायर ने भी अर्शदीप सिंह से फोन पर बात की है. मीत ने कहा कि पूरा देश अर्शदीप के साथ है. जब वो वापस लौटेंगे तो मैं आपके साथ उन्हें रिसीव करने जाऊंगा और उनका ढोल-नगाड़े के साथ स्वागत करेंगे. वो फाइनल जीत कर आएंगे.

मैच में कैसा रहा अर्शदीप का प्रदर्शन?
अगर इस ड्रॉप कैच को छोड़ दें तो टीम इंडिया के लिए अर्शदीप सिंह ने इस मैच में बेहतर प्रदर्शन किया. अर्शदीप ने 3.5 ओवर में 27 रन दिए और एक विकेट भी लिया. जब पाकिस्तान को आखिरी ओवर में 7 रनों की ज़रूरत थी, उस वक्त अर्शदीप ने पाकिस्तान की टेंशन बढ़ा दी और 5वीं बॉल तक मैच ले गए.

अगर मैच की बात करें तो टीम इंडिया ने इस मैच को पांच विकेट से गंवा दिया. भारत ने पहले बैटिंग करते हुए 181 रन बनाए थे, जवाब में पाकिस्तान ने इस टारगेट को आखिरी ओवर में हासिल कर लिया. भारत की ओर से विराट कोहली ने सबसे ज्यादा 60 रन बनाए थे, जबकि पाकिस्तान के लिए मोहम्मद नवाज़ ने 20 बॉल में 42 रनों की पारी खेल मैच पूरा पलट दिया.

 

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