भोपाल
राजधानी भोपाल के नामी स्कूल की बच्ची के साथ स्कूल बस के ड्राइवर ने दरिंदगी की है। नर्सरी में पढ़ने वाली बच्ची ने जब अपने माता-पिता को यह जानकारी दी तो वह किसी बुरे सपने से कम नहीं था। बच्ची को अभी बैड और गुड टच का मतलब नहीं पता है। स्कूल से लौटने के बाद जब अपने माता-पिता को आपबीती बता रही थी तो उनके जान निकल रहे थे। पैरेंट्स ने जब स्कूल प्रबंधन से शिकायत की थी, तब उनलोगों ने इंटरनल जांच के बाद बस ड्राइवर को क्लिनचिट दे दी थी। ड्राइवर ने स्कूल बस में नर्सरी की बच्ची से रेप किया है। सोमवार को पैरेंट्स ने इस मामले में केस दर्ज करवाया है। इसके बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है।
माता-पिता की शिकायत के बाद स्कूल बस के ड्राइवर और महिला परिचारक को गिरफ्तार कर लिया गया है। 32 वर्षीय ड्राइवर दो बच्चियों का पिता है और मुश्किल से उसने तीन महीने पहले ही स्कूल में काम शुरू किया था। पीड़ित बच्ची ने एक सामूहिक तस्वीर से आरोपी की पहचान की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं, सवाल है कि क्या पुलिस ने ड्राइवर को रखने से पहले उसका सत्यापन करवाया था, इस पर प्रबंधन का जवाब है कि हमने करवाया है। हालांकि सवाल यह भी है कि पैरेंट्स ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाने में इतनी देर क्यों की क्योंकि मेडिकल जांच तुरंत करवाने की आवश्यकता होता है। वहीं, सोमवार को बच्ची की मेडिकल जांच कराई गई है। पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच में यौन शोषण के संकेत मिले हैं।
बच्ची का ड्रेस हो गया था चेंज
दरअसल, बीते गुरुवार को बच्ची स्कूल से जब घर लौटी तो उसकी मां यह देखकर हैरान रह गई कि उसका ड्रेस बदला हुआ है। उसने आमतौर पर बैग में दिए जाने वाले अतिरिक्त कपड़े पहन रखे हैं। मां ने उससे पूछा कि तुम्हारे कपड़े किसने बदले हैं, तो बच्ची नहीं बता सकी। इसके बाद पैरेंट्स ने चिंतित होकर क्लास टीचर और प्रिंसिपल को फोन किया। दोनों ने स्कूल में कपड़े बदलने से इनकार किया। वहीं, एसीपी महिला सुरक्षा निधि सक्सेना ने कहा कि जब बच्ची ने अपने निजी अंगों में दर्द की शिकायत की तो माता-पिता की चिंता बढ़ गई।
पुलिस ने कहा कि इसके बाद माता-पिता ने उसे बैठाकर, उसकी काउंसलिंग की, जिसके बाद बच्ची ने कहा कि बस चालक ने उसके साथ गलत किया है और उसने ही कपड़े बदले थे। अगले दिन माता-पिता स्कूल पहुंचे, जहां लड़की ने स्कूल ड्राइवर की पहचान की। सोमवार को परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस के अनुसार, स्कूल बंद होने के कारण उन्होंने सप्ताहांत में अपराध की रिपोर्ट नहीं की। पुलिस ने पाया है कि बस में हर ट्रिप में नौ से 12 छात्र सवार रहते थे। पीड़िता बस के दूसरे लास्ट पड़ाव पर उतरती थी।
लास्ट स्टॉप पर उतरने वाला बच्चा कहां?
वहीं, पुलिस अब यह जांच कर रही है कि आखिर बार उतरने वाला बच्चा उस दिन बस में था क्या। इसके साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि क्या उसकी मौजूदगी में बच्ची से रेप किया गया। अगर वह उस दिन स्कूल नहीं गया है तो इसका मतलब है कि बच्ची बस में ड्राइवर और महिला अटेंडेंट के साथ अकेली थी। एसीपी निधि सक्सेना ने कहा कि परिचारक उस दिन बस में मौजूद थी क्योंकि बच्ची के माता-पिता ने उसे देख, जब उनका बच्चा बस स्टॉप पर उतरा था। ऐसे में महिला परिचारक की भूमिक भी संदिग्ध लग रही है। पुलिस के सामने सवाल है कि क्या वह बाहर की गतिविधियों पर नजर रख रही थी।
यह स्कूल रतीबड़ इलाके में है। पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर ने कहा है कि मामले की जांच हमलोग गंभीरता से कर रहे हैं। आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने कहा कि ड्राइवर और अटेंडेंट एक-दूसरे पर स्कूल ड्रेस बदलने का आरोप लगा रहे हैं। उन पर आईपीसी की धारा-376 एबी लगाई गई है, यह 12 साल से कम उम्र की बच्चियों के साथ रेप में लगता है, इसमें मौत की सजा हो सकती है। इसके साथ ही पोक्सो एक्ट की धारा 5/6 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, ‘घटना के दोनों आरोपियों बस ड्राइवर हनुमंत और महिला हेल्पर उर्मिला की गिरफ्तारी हो चुकी है. इस मामले में स्कूल प्रबंधन ने भी लीपापोती की कोशिश की है इसीलिए उनको भी जांच और पूछताछ में लिया जाएगा. दोषी होने पर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.’
चॉकलेट के बहाने 6 साल की बच्ची से रेप
एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक झारखंड के रांची जिले में सोमवार को एक 22 वर्षीय व्यक्ति ने छह साल की बच्ची को चॉकलेट का लालच देकर कथित तौर पर उसके साथ बलात्कार किया. घटना के बाद इलाके से फरार हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने तीन-चार दिन पहले लड़की से कथित तौर पर छेड़छाड़ भी की थी.