ग्वालियर,
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के मौके पर करीब 74 साल बाद देश में एक बार फिर चीतों की वापसी हुई है. नामीबिया से ला गए 8 चीतों को आज कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा गया जो अब उनका नया घर है. चूंकि विदेश से लाए गए इन चीतों का जलवायु बदला है इसलिए अभी इन्हें डॉक्टरों की निगरानी में रखा जाएगा.
ऐसे चीतों की देखरेख के लिए वहां चीता मित्रों की नियुक्ति भी की गई है जो ना सिर्फ चीतों की सुविधा का ख्याल रखेंगे बल्कि लोगों को भी उसके पास जाने से अभी रोकेंगे. कूनो नेशनल पार्क में इन चीतों को छोड़ने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन चीता मित्रों से मिले और उनसे बातें की.
इस दौरान चीतों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे जो कहा अब उसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. पीएम मोदी ने चीता मित्रों से कहा, ‘आप जैसे ही ये काम शुरू करोगे सबसे पहली मुसीबत क्या आने वाली है?’
फिर पीएम मोदी ने कहा, ‘सबसे बड़ी समस्या नेता लोग करेंगे मेरे जैसे, अभी बताया गया होगा थोड़े दिनों तक चीता देखने के लिए आना नहीं है, उसे सेटल होने देना है, फिर वो बड़ी जगह पर जाएगा वहां कुछ दिन सेटल होने देना है लेकिन सब नेता लोग आ जाएंगे. नेता के रिश्तेदार आ जाएंगे. ये टीवी कैमरे वाले आ जाएंगे, वो होता है ना सबसे पहले ब्रेकिंग न्यूज वाले, वो आप पर दबाव डालेंगे, अफसरों पर दबाव डालेंगे.’
पीएम मोदी ने चीता मित्रों से आगे कहा, ‘ये आपका काम है कि किसी को घुसने मत देना, मैं भी आउं तो मुझे भी घुसने मत देना, मेरे नाम से मेरा कोई भी रिश्तेदार आ जाए तो भी नहीं, जब उसका समय पूरा होगा उसके बाद घुसने देना’
दरअसल पीएम मोदी ने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि जब भी किसी जानवर को एक देश से दूसरे देश में शिफ्ट किया जाता है. तब कई बातें देखी जाती हैं. जैसे- जेनेटिक्स कैसा है. व्यवहार कैसा है. उम्र सही है या नहीं. लिंग का संतुलन कैसा है.साथ ही जानवर एक देश से दूसरे देश जाकर वहां के वातावरण, रहने लायक जगह की स्थिति, शिकार के प्रकार आदि से एडजस्ट कर पाएगा या नहीं.
बता दें कि जिन 8 चीतों को विदेश से लाया गया है उन्हें शुरुआत में 6 वर्ग किलोमीटर के फेंसिंग वाले बाड़े में रखा जाएगा. ताकि सारे चीते एकदूसरे से संपर्क साध सकें. एकदूसरे को समझ सकें. चीते सामाजिक प्राणी होते हैं. ये समूह में रहते हैं. इसलिए जब ये तीन नर चीते और 5 मादा चीते एकदूसरे से संपर्क और संबंध बना लेंगे तब इन्हें बाड़ों से मुक्त किया जाएगा.