खंडवा
मध्यप्रदेश सरकार में वन मंत्री विजय शाह के गृहनगर खंडवा में उनकी दिव्य शक्ति के नाम से एक गैस एजेंसी है। एजेंसी के असिस्टेंट मैनेजर ने जाली दस्तावेज के जरिए धोखाधड़ी कर 16 लाख रुपए का गबन कर दिया। मामले में शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली। आरोपी बिशू भालेराव फरार है, वह मंत्री शाह और परिवार का काफी वफादार था, लेकिन उन्हीं की गैस एजेंसी से 10 हजार रुपए महीने की सैलरी पाकर करोड़पति बन गया।
10 हजार सैलरी और खातों में निकले लाखों रुपए
खंडवा के माली कुआं स्थित वन मंत्री विजय शाह की दिव्य शक्ति गैस एजेंसी की मैनेजर खुद मंत्री की बहू पद्मिनी दिव्यादित्य शाह हैं। रामनगर का रहने वाला बिंशु भालेराव एजेंसी में असिस्टेंट मैनेजर था। गैस एजेंसी के कर्मचारी सुभाष केसनिया ने कोतवाली में शुक्रवार रात उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। बताया कि एजेंसी पर कई साल से काम कर रहे असिस्टेंट मैनेजर बिशू भालेराव ने 1 अप्रैल 20 से 16 सितंबर 22 तक अमानत में खयानत कर एजेंसी के खातों में कूटरचना कर लाखों रुपए की धोखाधड़ी की है। प्रारंभिक छानबीन में आरोपी द्वारा 16 लाख 21 हजार 670 रुपए गबन करना सामने आया है। फिलहाल, बिंशू के विरुद्ध कोतवाली पुलिस ने धारा 409 (अमानत में खयानत), धारा 420 (धोखाधड़ी) का मामला दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है।
अलग-अलग घर में रहती हैं मैनेजर की चार बीवियां
वन मंत्री विजय शाह की गैस एजेंसी के असिस्टेंट मैनेजर बिशू भालेराव को सैलरी साढ़े 10 हजार प्रतिमाह मिलती है। उसके खाते में 16 लाख रुपए से अधिक की राशि पाई गई। शहर के प्रगति नगर में डेढ़ करोड़ का नया मकान और मार्केट भी है, जो उसके भ्रष्टाचार की कहानी बयां कर रहे हैं। उसकी कमाई का सोर्स गैस एजेंसी के अलावा कुछ भी नहीं है। महज दस हजार रुपए सैलरी पाने वाले बिशू की चार पत्नियां है। खंडवा और इंदौर में उसकी पत्नियां अलग-अलग रहती हैं। 2017 में एक पत्नी की मौत हो चुकी है।