नई दिल्ली
दिल्ली के एलजी विनय कुमार सक्सेना और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच एक बार फिर टकराव की स्थिति पैदा होती दिख रही है।दरअसलदिल्ली के एलजी ने पेड़ों को काटने और ट्रांसप्लांटेशन की इजाजत देने में बिना कारण देरी को लेकर एक बार फिर अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखा है।उन्होंने कहा है कि इस वजह से विकास की अहम परियोजनाएं अटकी हुई हैं। उपराज्यपाल के दफ्तर के अधिकारियों ने बताया कि सक्सेना ने यह मुद्दा केजरीवाल के साथ शुक्रवार शाम को हुई साप्ताहिक बैठक में भी उठाया था।
उन्होंने दावा किया कि 15 प्रमुख परियोजनाओं के तहत आठ हजार से ज्यादा पेड़ों को काटना है या उनका प्रतिरोपण करना है और सरकार की ओर से अबतक इसकी इजाजत नहीं देने की वजह से यह काम अटका हुआ है। दिल्ली सरकार ने कहा कि वह इस मामले को देखेगी। अधिकारायिों के मुताबिक, उपराज्यपाल ने अपने पत्र में इस तरह के ‘अकारण विलंब’ के कारण जनता के पैसे की बर्बादी और लागत में वृद्धि के मुद्दे को रेखांकित किया है और जोर दिया है कि इस बाबत जवाबदेही तय करने की जरूरत है।
क्या है मामला
उन्होंने बताया कि इससे पहले उपराज्यपाल ने 17 अगस्त को केजरीवाल को पत्र लिखा था लेकिन सरकार की ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया। अटकी परियोजनाओं में विश्व स्तरीय चिकित्सा विश्वविद्यालय के तौर पर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का पुनर्विकास शामिल है। इसके लिए 2143 पेड़ों को काटा जाना है या उनका प्रतिरोपण करना है। इसकी अनुमति के लिए अधिकारी जनवरी से इंतजार कर रहे हैं।