श्योपुर/नई दिल्ली,
मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क से खुशखबरी का इंतजार सबको है. इसी बीच तमाम तरह की अफवाहें फैलने लगीं कि नेशनल पार्क में आई मादा चीता आशा गर्भवती है. यह खबर लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ था. इससे नेशनल पार्क प्रबंधन से लेकर केंद्र सरकार के महकमों में हलचल हो गई. तब नेशनल पार्क के अधिकारियों को सामने आकर यह कहना पड़ा कि कोई मादा चीता गर्भवती नहीं है. न ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसी चीता का नाम ‘आशा’ रखा था.
PM द्वारा चीते के नामकरण की बात भी झूठी
कूनो नेशनल पार्क के डीएफओ प्रकाश कुमार वर्मा ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने यहां लाए गए किसी भी चीते का नामकरण किया है, इसकी कोई जानकारी हमारे पास नहीं है. यदि पीएम ने एक भी चीते का नामकरण किया होता तो वे बीते रोज मन की बात में लोगों से नाम के सुझाव क्यों मांगते. रही बात एक मादा चीता के प्रेग्नेंट होने के खबरों की, तो वह भ्रामक हैं. न तो यहां किसी तरह का टेस्ट किया गया है. न ही नामीबिया से प्रेग्नेंसी रिपोर्ट दी गई है. इस तरह की अफवाह कैसे फैल रही है, यह समझ के परे हैं. श्योपुर स्थित इस नेशनल पार्क में 70 साल बाद 17 सितंबर को नामीबिया से आठ चीते लाए गए थे. इन्हें पार्क में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छोड़ा था. इन चीतों में तीन नर और पांच मादा हैं.
लॉरी मार्कर ने कहा- संभावना है पर हम पुख्ता नहीं
उधर, चीता कंजरवेशन फंड की डॉक्टर लॉरी मार्कर ने कहा कि हो सकता है कि चीता गर्भवती हो लेकिन हम यह बात पुख्ता तौर पर नहीं कह सकते. अगर मादा चीता गर्भवती है तो यह उसके लिए पहला मौका होगा. हम इंतजार कर रहे हैं. अगर ऐसा होता है तो यह नामीबिया से भारत के लिए दूसरा गिफ्ट होगा. बहुत जल्द इस बात की पुष्ट कर लेंगे. लेकिन उसे देखकर लगता है कि वह गर्भवती है.