पटना
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 11 अक्टूबर को दीमापुर में दीमापुर जिला खेल परिसर के सभागार में होने वाले अखिल नागालैंड बिहारी सम्मेलन में भाग लेने के लिए नागालैंड का दौरा करेंगे। राष्ट्रीय महासचिव और पार्टी के पूर्वोत्तर प्रभारी अफाक अहमद खान ने ये जानकारी टाइम्स न्यूज नेटवर्क को दी है। इस सम्मेलन का आयोजन बिहारी समाज, भोजपुरी समाज, बिहारी कल्याण समिति, मैत्री फाउंडेशन, नागालैंड और जेडीयू की नागालैंड इकाई की ओर से संयुक्त रूप से लोकनायक जयप्रकाश नारायण की 120 वीं जयंती के उपलक्ष्य में किया जा रहा है।
अमित शाह छपरा में, नीतीश नागालैंड में
11 अक्टूबर को ही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का बिहार दौरा प्रस्तावित है। इस दिन अमित शाह छपरा आएंगे और जेपी की जन्मस्थली सिताब दियारा जाएंगे। 11 अक्टूबर को ही जेपी की जयंती है। बिहार की सियासत में ये माना जाता है कि जिसने जेपी के नाम पर सियासत साध ली, उसने सबकुछ साध लिया। बीजेपी ये बखूबी जानती है कि जेपी की धरती से शंखनाद का संदेश पूरे बिहार में जाएगा। ऐसे में नीतीश कैसे चुप बैठ जाते। इसीलिए नीतीश ने नागालैंड का दौरा तय किया। नागालैंड में ही नीतीश का प्लान ‘JPN’ (जय प्रकाश नारायण का 60 के दशक में नागालैंड दौरा) परवान चढ़ेगा।
बिहार सीएम का ‘JPN’ प्लान
लोकनायक जयप्रकाश नारायण यानिजेपी 1960 के दशक में पूर्वोत्तर क्षेत्र में शांति को बढ़ावा देने के लिए केंद्र के शांति मिशन के तहत नागालैंड गए थे। अफाक अहमद खान ने कहा कि जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह और पार्टी के कुछ अन्य सांसद भी अखिल नागालैंड बिहारी सम्मेलन में शामिल हो सकते हैं, जो वहां के राजनीतिक और आर्थिक क्षेत्रों में बिहारी समुदायों के योगदान को मान्यता देने के लिए आयोजित किया जा रहा है। हालांकि कहने को ये एक दौरा है लेकिन नीतीश इसी दौरे से अपना सियासी तीर चलाएंगे और ये जताने की कोशिश करेंगे कि जेपी के असली चेले सिर्फ वही हैं।
2o दिन में दूसरी बार बिहार आ रहे अमित शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 20 दिनों के अंदर दूसरी बार बिहार यात्रा पर आ रहे हैं। अमित शाह 11 अक्टूबर को छपरा आएंगे। बताया जा रहा है कि जेपी जयंती समारोह में शिरकत करेंगे। यहां पर वो एक बड़ी जनसभा को भी संबोधित करेंगे। जानकारी के अनुसार, अमित शाह के इस कार्यक्रम को लेकर बीजेपी के कई नेताओं को जिम्मेदीरी दी गई है। गौरतलब है कि बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद अमित शाह 20 दिनों के अंदर दूसरी बार बिहार आ रहे हैं। दरअसल, मिशन 2024 को लेकर बीजेपी एक्टिव मोड में है। बिहार में जेडीयू से गठबंधन टूटने के बाद अमित शाह का पूरा फोकस बिहार पर है। यही कारण है कि अमित शाह 20 दिनों के अंदर दूसरी बार बिहार आ रहे हैं। इससे पहले 23 और 24 सितंबर को दो दिवसीय दौरे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सीमांचल पहुंचे थे। यहां पर भी उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया था।