पर्थ
टी-20 वर्ल्ड कप में रविवार रात भारत को पहली हार मिली और पाकिस्तान की आखिरी उम्मीद खत्म हो गई। दरअसल, टूर्नामेंट में बने रहने के लिए पाकिस्तानी टीम को अपने सारे बचे मुकाबले जीतने के साथ-साथ दूसरी टीमों की जीत-हार पर भी निर्भर रहना था। ऐसे में साउथ अफ्रीका के खिलाफ भारत की हार ने सेमीफाइनल की उसकी उम्मीदों को ध्वस्त कर दिया है। पाकिस्तान क्रिकेट टीम को टूर्नामेंट में दो लगातार हार झेलनी पड़ी, हालांकि आज नीदरलैंड्स को हराकर उसने वापसी की कोशिश जरूर की, लेकिन अब भारत की हार से खेला हो चुका है। समीकरण के अनुसार टीम इंडिया, साउथ अफ्रीका को नहीं हरा सकी। भारत को अब जिम्बाब्वे और बांग्लादेश से भिड़ना है। ऐसे में एक भी जीत उसे अंतिम चार में पहुंचा देगी।
अब क्या है पाकिस्तान का समीकरण?
पाकिस्तानी टीम ने आज दिन के दूसरे मुकाबले में नीदरलैंड्स को 37 गेंद रहते 6 विकेट से हराया था। अब उसे ग्रुप-2 की टेबल टॉपर साउथ अफ्रीका और उलटपेर करने में माहिर बांग्लादेश से भिड़ना है। यहां से यदि पाकिस्तान अपने दोनों बचे मैच जीत पाने में सफल भी रहता है तो भी उसके 6 अंक ही होंगे, लेकिन शायद नेट रन रेट की लड़ाई में वह दूसरी टीमों से पिछड़ जाएगा। फिलहाल ये टीम अंक तालिका में नीचे से दूसरे नंबर पर है। पाकिस्तान को उम्मीद करना होगा कि बांग्लादेश अब भारत को हरा दे या फिर साउथ अफ्रीका नीदरलैंड्स से हार जाए या फिर मैच बारिश की वजह से धूल जाए। साथ ही जिम्बाब्वे अपने दोनों मैच गंवा बैठे, जो नीदरलैंड्स और भारत से है।
आखिरी ओवर में लड़कर हारा भारत
तेज गेंदबाज लुंगी एनगिडी की घातक गेंदबाजी तथा एडेन मार्कराम और डेविड मिलर के अर्धशतकों की मदद से दक्षिण अफ्रीका ने लो स्कोरिंग मैच में भारत को पांच विकेट से हराया। भारत की हार का कारण शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों की नाकामी रही जो ऑप्टस स्टेडियम की तेज और उछाल भरी पिच से सामंजस्य नहीं बिठा पाए। भारत को पांचवें तेज गेंदबाज की कमी खली क्योंकि ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अपने चार ओवर में 43 रन दिए। दक्षिण अफ्रीका ने 134 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए तीन विकेट 24 रन पर गंवा दिए थे, लेकिन इसके बाद मार्कराम (41 गेंदों पर 52 रन, छह चौके, एक छक्का) और मिलर (46 गेंदों पर नाबाद 59 रन, तीन चौके, तीन छक्के) ने चौथे विकेट के लिए 76 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी करके अपनी टीम का स्कोर 19.4 ओवर में पांच विकेट पर 137 रन तक पहुंचाया।