नई दिल्ली
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन को कई सारी सुविधाएं मिल रही हैं साथ ही नियमों की अनदेखी भी की जा रही है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने तिहाड़ जेल का सीसीटीवी फुटेज निकाला है, जहां दिल्ली के कैबिनेट मंत्री सत्येंद्र जैन को रखा गया है। अदालत का रुख करते हुए ED ने दावा किया है कि सत्येंद्र जैन ने तिहाड़ जेल के भीतर गवाहों से मुलाकात की। ईडी ने ट्रायल कोर्ट के समक्ष एक हलफनामे के साथ वीडियो फुटेज पेश किया है।
ED ने कोर्ट के सामने एक वीडियो फुटेज पेश किया है जिसमें दावा किया गया है कि आरोपी जैन के पास इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स तक पहुंच है। इसके साथ ही जेल के सभी मानदंडों का उल्लंघन करते हुए AAP के मंत्री से जेल में लोगों ने मुलाकात की। ईडी के हलफनामे में कहा गया है कि उसे डर है कि जैन को जमानत दी गई तो वह गवाहों को प्रभावित कर सकते हैं। दिलचस्प बात यह है कि ईडी की ओर से पिछले हफ्ते सुप्रीम कोर्ट के सामने जैन के कथित तौर पर जेल में मुख्य गवाहों से मुलाकात का हलफनामा और वीडियो फुटेज जमा कराने की तैयारी थी तब अचानक जैन ने फैसले को चुनौती देने वाली अपनी याचिका वापस ले ली।
ईडी ने आखिरकार ट्रायल कोर्ट के समक्ष अपना हलफनामा पेश किया, जो वर्तमान में जैन की जमानत याचिका पर सुनवाई कर रही है। अभी हाल ही में तिहाड़ जेल में बंद सुकेश चंद्रशेखर की जेल में मदद करने के आरोप में आधा दर्जन कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें कई बड़े अधिकारी भी शामिल हैं। जैन के खिलाफ ED का हलफनामा उन आशंकाओं पर आधारित है जो पहले व्यक्त की गई थीं कि यदि वह जमानत पर रिहा हो जाते हैं, तो उनके और उनकी पत्नी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गवाहों को प्रभावित किया जाएगा।
ईडी ने पहले यह भी तर्क दिया था कि मंत्री, जिन्हें अभी तक सीएम अरविंद केजरीवाल की ओर से बर्खास्त नहीं किया गया है, जांच को गुमराह कर सकते हैं। उन्होंने पहले ऐसा किया था जब दिल्ली सरकार के एलएनजेपी अस्पताल से अपनी बीमारी के बारे में एक मेडिकल सर्टिफिकेट पेश किया था। वहीं ईडी ने कहा था कि जैन को तत्काल चिकित्सा की आवश्यकता नहीं है।