भोपाल
गुजरात में नरेंद्र मोदी के सीएम बनने व उसके बाद प्रधानमंत्री बनने के बाद राज्य में जितने भी चुनाव हुए हैं, भाजपा की सीटें कम होती रही हैं। पिछले चुनाव में तो वह बहुमत से महज सात सीटें ही ज्यादा जीत पाई थी। ऐसे में पार्टी पिछले 27 साल की अपनी सरकार के खिलाफ किसी तरह के सत्ता विरोधी माहौल को सामने नहीं आने देना चाहती है और यही कारण हैं की बीजेपी इस चुनाव को चुनौती के रूप में लेकर हर कोशिश में लगी हैं। सन 2007 में जहां बीजेपी के पास 115 सीटे थी वंहा आज कुल 99 सीटे रह गयी हैं और आम आदमी पार्टी का चुनाव प्रसार जोरों से चल रहा है। आइये देखते हैं की ज्योतिष की दृष्टि से क्या कुछ होने वाला दिख रहा हैं।
अरविन्द केजरीवाल
16 अगस्त 1968 को सिवनी में जन्में केजरीवाल की जन्म लग्न सिंह हैं और चन्द्रमा वृष राशि के कृत्तिका नक्षत्र में दसमे भाव गज केसरी योग बना रहा हैं। कुंडली में सरस्वती योग हैं जिसके कारण वह इंडियन इंस्टिट्यूट से इंजीनियरिंग करके देश की रेविन्यू सेवा के लिए चुने गए। शुक्र तथा गुरु का राजयोग तथा आत्मकारक और पुत्रकारक का त्रिकोण में होना उनके जन समर्थन को बहुत बल दे रहा है।केजरीवाल हमेशा विवादों में रहे हे पर फिर भी समाज के एक तबके में उनके लिए अटूट विश्वास है वही समाज में कई लोग हमेशा से उनके विरोध में रहते हैं।
ज्योतिष गणना के अनुसार वर्तमान में उनकी दशमांश कुंडली की विंशोत्तरी दशा के अनुसार केतु दशा चल रही है और गुजरात चुनाव के समय राहु अन्तरा होगा जो उनके लिए समय बलवान नहीं है। केजरीवाल की केतु दशा 2026 तक चलेगी और फिर शुक्र की दशा आएगी जो उनको फिर से पॉलिटिक्स में वापसी लाएगी हालांकि गुजरात इलेक्शन और फिर 2024 के चुनाव में उनकी भूमिका बहुत कम रहेगी।
भूपेंद्रभाई पटेल
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल का जन्म 15 जुलाई 1962 को अहमदाबाद में हुआ। धनु लग्न और राशि में जन्मे पटेल जी का भाग्य स्थान मालिक सूर्य तथा कर्म भावेश बुध की युति सप्तम भाव में बलवान राज योग का निर्माण कर रही है 2017 में विधान सभा में चुने गए बिल्डर प्रोफेशन से आए पटेल की वर्तमान में राहु दशा में शुक्र की अंतर दशा चल रही है जो उनके लिए बहुत शुभ साबित होगा।
कांग्रेस का प्रदर्शन गुजरात में हमेशा अहमद पटेल के बलबूते पर रहा था पर इस बार श्री खडग़े कुछ कर पाएंगे जबकि कांग्रेस पार्टी की गुरु में राहु की अन्तर्दशा चल रही हो इसमें संदेह में। कुल मिलकर बीजेपी का वोट प्रतिशत 50 से ऊपर रह सकता है और वह अपने 2017 के प्रदर्शन से बेहतर कर पाने में सफल रहेगी। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस का प्रदर्शन उम्मीद से कम रहेगा पर है यह जरूर संभव है की आम आदमी पार्टी करीब 6 से 8 प्रतिशत वोट लेकर नेशनल पार्टी बनने की संभावना तलाश करें।