भोपाल
सियासी गलियारे में एमपी में इन दिनों गजब की बेचैनी दिख रही है। खासकर बीजेपी के अंदर तो ज्यादा ही हलचल है। खुलकर कोई किसी के पक्ष में खड़ा तो नहीं दिखा रहा है लेकिन तारीफ जमकर कर रहे हैं। एमपी बीजेपी के दो कद्दावर नेताओं ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का गुनगान किया है। पूर्व सीएम उमा भारती ने तो उन्हें हीरा बता दिया है। वहीं, बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी ज्योतिरादित्य सिंधिया की तारीफ की है। दोनों नेताओं ने उनकी तारीफ कर बीजेपी के अंदर एक नए समीकरण को जन्म दे दिया है। इसे लेकर कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं।
दरअसल, उमा भारती कथित रूप से इन दिनों अपनी सरकार से नाराज चल रही हैं। वह खुलकर तो सरकार पर वार नहीं करती हैं लेकिन शराबबंदी के नाम पर घेरते रहती हैं। कहा जा रहा है कि वह फिर से सियासत में अपनी धाक जमाने के लिए संघर्ष कर रही हैं। उन्होंने पिछले दिनों टीकमगढ़ में ज्योतिरादित्य सिंधिया की जमकर तारीफ की। साथ ही उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया को हीरा बता दिया। उमा भारती की तारीफ की चर्चा शुरू हुई तो उन्होंने फिर से ट्वीट किया।
उमा भारती ने ट्वीट कर लिखा कि मैं तो ज्योतिरादित्य सिंधिया से स्नेह रखती हूं और प्रशंसा भी करती रहती हूं। इसके साथ ही उमा ने लिखा कि कैलाश विजयवर्गीय ने भी ज्योतिरादित्य सिंधिया की प्रशंसा करके अपनी उच्च कोटि की पार्टी निष्ठा और उदात्त राजनीति का परिचय दिया है।
कैलाश विजयवर्गीय ने ग्वालियर में की तारीफ
उमा भारती के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी ज्योतिरादित्य सिंधिया की तारीफ की है। उन्होंने ग्वालियर में सिंधिया की तारीफ करते हुए कहा है कि वह बहुत अच्छे नेता हैं। उन्होंने कहा कि वह अच्छे नेता हैं, इससे इनकार नहीं किया जा सकता है।
सिंधिया के गुणगान करने वालों की लंबी फौज
एमपी बीजेपी में लगातार वैसे लोगों की संख्या बढ़ रही है, जो ज्योतिरादित्य सिंधिया की तारीफ कर रहे हैं। इनमें वैसे लोगों की तादाद भी है जो कभी सिंधिया के धुर विरोधी थे। इसमें जयभान सिंह पवैया से लेकर प्रभात झा तक के नाम थे। अब सभी लोगों ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ नजर आते हैं। साथ ही एक-दूसरे अब मिलते-जुलते भी रहते हैं।
क्या बीजेपी में एक दूसरा गुट बन रहा है?
ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीब जा रहे लोगों में ज्यादातर लोग ऐसे हैं, जिनका पार्टी में कद तो है लेकिन पूछ नहीं है। साथ ही अपनी बात भी सीधे आलाकमान तक नहीं पहुंचा सकते है। सियासी जानकारों का मानना है कि वैसे ही लोग ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीब आ रहे हैं, जिनके मन में कुछ चाहत है। साथ ही अपनी बात को ऊपर तक पहुंचाना चाहते हैं। वरिष्ठ पत्रकार देव श्रीमाली ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी में ऊपर से नीचे आए हैं। आलाकमान तक उनकी पहुंच डायरेक्ट है। अपनी बात रखने के लिए किसी के माध्यम से उन्हें नहीं जाना है।
शिवराज के लिए हैं खतरा?
दरअसल, एमपी बीजेपी में सभी बड़े नेता अपनी वजूद को बरकरार रखने की लड़ाई लड़ रहे हैं। सभी नेता एक समय में अपने-अपने इलाके के सूरमा थे। अभी बीजेपी में सिर्फ आलाकमान की ही चल रही है। एक साल बाद एमपी में विधानसभा चुनाव है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि बीजेपी के दिग्गजों की जुगलबंदी से शिवराज सिंह चौहान को कितना खतरा है? जानकार मानते हैं कि इससे किसी को कोई खतरा नहीं है। सभी लोग अपनी लड़ाई लड़ रहे हैं।
सीनियर पत्रकार देव श्रीमाली ने बताया कि इसकी झलक सबसे ज्यादा ग्वालियर-चंबल संभाग में दिख रही है। एक समय में इस इलाके में नरेंद्र सिंह तोमर की तूती बोलती थी। आज की हालत देख लो। उन्होंने कहा कि इस इलाके में इन दिनों शक्ति प्रदर्शन का दौर चल रहा है।
उमा भारती डरा रहीं क्या?
उमा भारती की तारीफ से यह भी सवाल उठ रहे हैं कि अप्रत्यक्ष तरीके से वह एक खेमे को डराने की कोशिश कर रही हैं। वहीं, जानकारों का मानना है कि उमा भारती अभी इस स्थिति में नहीं हैं कि वह किसी को डरा सकती हैं। वह खुद के लिए संघर्ष कर रही हैं। आगे की लड़ाई के लिए उन्हें भी किसी का साथ चाहिए। इसलिए वह ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीब जा रही हैं।