सागर:
मध्यप्रदेश के सागर जिले की खुरई तहसील का खेजरा गांव इन दिनों सुर्खियों में है। इस गांव के रहने वाले भूपेंद्र ने ‘कौन बनेगा करोड़पति’ की हॉट सीट पर बैठकर 14 सवालों के जवाब देते हुए 50 लाख रुपए जीते हैं। नवभारत टाइम्स डॉट कॉम से हुई खास मुलाकात में भूपेंद्र चौधरी ने बताया कि मेरा सपना पैसे जीतने और अमिताभ बच्चन से मिलने का नहीं था। मुझे तो बस ‘कौन बनेगा करोड़पति’ का पैटर्न और उसके सवाल से लगाव था। भूपेन्द्र ने कहा- 22 साल बाद हॉट सीट पर बैठने का मौका मिला लेकिन एक मलाल जरूर है कि मौका बार-बार नहीं मिलता वरना साढ़े सात करोड़ भी जीते जा सकते थे। भूपेंद्र चौधरी ने बताया कि ग्रामीण परिवेश से निकलकर सीधे मुंबई की चमक धमक और स्टूडियो फिर अमिताभ बच्चन का स्टारडम सब कुछ अचंभित कर देने वाला था। लेकिन अमिताभ जी सरलता की बदौलत ऐसा हो पाया कि मैं सहजता से सारे सवालों के जवाब देता रहा।
खुरई में अब मैं भी फेमस हो गया हूं
उन्होंने कहा कि एपिसोड बहुत एंटरटेनिंग रहा और अब महसूस कर रहा हूं पैसे बड़ी बात नहीं हैं। मायने रखता है वहां तक पहुंच पाना और इतनी देर तक टिके रहना। भपेंद्र ने बताया कि जब अमिताभ जी ने कहा कि खुरई के विषय में बताएं तो मैंने कहा कि खुरई का गेहूं पूरे देश मे फेमस है। खुरई में दो भूपेंद्र बहुत फेमस हैं। पहले हैं खुरई के विधायक भूपेंद्र सिंह जो अब मंत्री हैं और दूसरे हम भूपेंद्र उनसे थोड़ा कम फेमस हैं। ये सवाल सुनकर अमिताभ बच्चन हंसने लगे। भूपेद्र कृषि के फील्ड से जुड़े हैं। वो ग्रामीण इलाके गुजरात, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में काम करते हैं। इनकी पढ़ाई कृषि विज्ञान रही इसलिए इस फील्ड से जुड़े।
यहां पहुंचने की प्रोसेस कठिन है
उन्होंने कहा कि कौन बनेगा करोड़पति तक पहुंचने की प्रोसेस बहुत कठिन है। मैं 14 सवालों के जवाब दे पाया इसका सबसे बड़ा कारण है मेरी पढ़ाई। उन्होंने कहा कि मैं कृषि फील्ड से हूं लेकिन जो भी जानने का अवसर मिलता है मैं उसे सीखने का मौका नहीं छोड़ता हूं। जिन्दगी में पढ़ना, सीखते रहना और हमेशा कुछ नया करने की कोशिश करते रहना ही असल मायनों में बुद्धिजीवी का चरित्र है। उन्होंने कहा कि जीती हुई रकम से खेती बाड़ी, घूमना-फिरना और गांव में शिक्षा के लिए उपयोग करने की सोच रहा हूं।
रिस्क नहीं लेना चाहता था
भूपेन्द्र ने 15वें सवाल के बाद गेम छोड़ दिया था। 15वां सवाल था ‘6 अप्रैल 1942 को किस रॉयल इंडियन नेवी के युद्धपोत पर जापानी विमान द्वारा हमला करके उसे डूबा दिया था।’ भूपेंद्र ने कहा कि जवाब के लिए श्योर नहीं था लेकिन सवाल का जवाब एचएमआईएस इंडस था। 80 प्रतिशत श्योर भी था कि यही सही है लेकिन सभी लाइफलाइन खत्म हो चुकी थी और रिस्क लेना नहीं चाह रहा था। मिडिल क्लास के लिए यह एक बहुत ही घातक रिस्क था। इसलिए लालच नहीं किया और गेम छोड़ने का निर्णय लिया। 15वें सवाल का सही जवाब एचएमआईएस तलवार था।