सीएम सोरेन से ED ने की 8 घंटे पूछताछ, जानिए क्यों कसा है शिकंजा

नई दिल्ली,

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से ईडी ने गुरुवार को आठ घंटे से ज्यादा लंबी पूछताछ की है. अभी के लिए सीएम ईडी दफ्तर से बाहर आ गए हैं, उन्हें फिर पूछताछ के लिए बुलाया जाता है या नहीं, ये अभी स्पष्ट नहीं. एक तरफ ईडी का हेमंत सोरेन पर शिकंजा कसता जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ उनकी पार्टी सड़क पर अपना प्रदर्शन तेज कर रही है.

किस मामले में फंसे सीएम सोरेन?
जानकारी के लिए बता दें कि झारखंड में कथित खनन घोटाले में ईडी मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही है. ईडी ने पंकज मिश्रा को 19 जुलाई को PMLA एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था. मिश्रा के अलावा इस मामले में बच्चू यादव और प्रेम प्रकाश को भी आरोपी बनाया गया है. दोनों को 4 और 5 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था. दोनों न्यायिक हिरासत में हैं. प्रेम प्रकाश के ठिकानों पर ईडी ने 24 अगस्त को छापेमारी की थी. इस दौरान ईडी को झारखंड पुलिस की दो AK-47 राइफल भी मिली थीं. ईडी ने इससे पहले PMLA एक्ट, 2002 के तहत हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा, दाहू यादव और उनके सहयोगियों के 37 बैंक खातों में 11.88 करोड़ रुपये सीज किये थे. इससे पहले ईडी ने साहिबगंज, बरहेट, राजमहल, मिर्जा चौकी और बरहरवा में 19 स्थानों पर तलाशी ली थी.

इसी मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से ईडी लगातार पूछताछ कर रही है. गुरुवार को हुई पूछताछ में पकंज मिश्रा को लेकर ही सबसे ज्यादा सवाल पूछे गए थे. जानने का प्रयास रहा है कि क्या वे पहले से पंकज को जानते थे या नहीं, क्या उसके गैरकानूनी धंधों से वे पहले से अवगत थे? अब सीएम ने सवालों के क्या जवाब दिए, अभी साफ नहीं.

जांच पर सीएम सोरेन ने क्या कहा?
सुनवाई से पहले हेमंत सोरेन ने कहा था कि यह और कुछ नहीं बल्कि सरकार को अस्थिर करने की कोशिश है. उन्होंने कहा कि राज्यपाल भी राजनीति का हिस्सा बन गए हैं. लोकतंत्र की भावना बरकरार रहनी चाहिए. संवैधानिक पद पर बैठे लोग जिम्मेदार से काम लें. जब से एजेंसी जांच कर रही है, जो आरोप लगे हैं वो कहीं से संभव प्रतीत नहीं होते. कहीं न कहीं एजेंसियों को जांच करने के बाद भी कोई ठोस निर्णय या ठोस आरोप लगाना चाहिए. मैं CM हूं जिस प्रकार से तलब करने का कार्रवाई चल रही है, लग रहा है कि हम देश छोड़कर भागने वाले लोग हैं.

अब सोरेन जरूर इन आरोपों को निराधार मान रहे हैं, लेकिन झारखंड में इसी मुद्दे को लेकर बीजेपी मुख्यमंत्री का इस्तीफा मांग रही है. यहां तक कहा जा जा रहा है कि सीएम ईडी जांच से घबरा गए हैं. बीजेपी नेता निशिकांत दुबे ने तंज कसते हुए कहा था कि सूचना अनुसार ED के सवालों से मुख्यमंत्री घबराहट में हैं,सम्पत्ति के हिसाब की जानकारी नहीं दे पा रहे हैं.

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