पेरिस
यूरोपियन सोलर ऑर्बिटर सूर्य के भीतर छिपे रहस्यों को धरती पर वैज्ञानिकों तक पहुंचाता है। अब इस प्रोब ने हमारे सौर मंडल में एक अनोखी खगोलीय घटना को देखा है। सूर्य पर प्लाज्मा के एक बड़े विस्फोट से पहले एक अजीबोगरीब फिलामेंट को देखा, जो बिल्कुल किसी ‘सांप’ जैसा प्रतीत हो रहा था। यूरोपियन स्पेस एजेंसी ने कहा कि यह ‘सांप’ दरअसल ठंडी वायुमंडलीय गैसों की एक ट्यूब है जो सूर्य के चुंबकीय क्षेत्र के बीच से अपना रास्ता बना रही थी।
अंतरिक्ष में इस घटना को 5 सितंबर को देखा गया था जब सोलर ऑर्बिटर 12 अक्टूबर को करीब से उड़ान भरने के लिए सूर्य की तरफ बढ़ रहा था। सूर्य की सतह पर इस तरह का नजारा पहली बार देखा गया है। खगोलविदों के लिए सोलर स्नेक की घटना और अधिक दिलचस्प इसलिए हो गई क्योंकि यह सूर्य पर एक बड़े विस्फोट से ठीक पहले हुई। इसकी शुरुआत एक सौर सक्रिय क्षेत्र से हुई जो बाद में विस्फोट हो गया जिससे अरबों टन प्लाज्मा अंतरिक्ष में बाहर निकला।
खगोलविदों का अनुमान है कि सोलर स्नेक की घटना प्लाज्मा विस्फोट का संकेतक थी जिसे सोलर ऑर्बिटर ने देख लिया। प्लाज्मा पदार्थ की एक ऐसी अवस्था होती है जिसमें गैस इतनी अधिक गर्म होती है कि उसके परमाणु अपने कुछ बाहरी कणों को खोने लगते हैं जिन्हें इलेक्ट्रॉन कहा जाता है। इलेक्ट्रॉन के निकलने से इलेक्ट्रिकल चार्ज पैदा होता है जो सूर्य के चुंबकीय क्षेत्र के साथ इंटरेक्ट करता है। सूर्य के वायुमंडल की सभी गैसें प्लाज्मा हैं क्योंकि यहां का तापमान दस लाख डिग्री सेल्सियस से अधिक है।
यूरोपीय स्पेस एजेंसी के ऑर्बिटर को 4.2 करोड़ किमी दूर से सूर्य पर नजर रखने के लिए फरवरी 2020 में लॉन्च किया गया था। ESA की ओर से जारी वीडियो में सोलर स्नेक पलक झपकते ही एक से दूसरे कोने तक पहुंच जाती है। इस दौरान इसकी रफ्तार 105,000 किमी प्रति घंटे थी। इसके बावजूद गैसों को अपना सफर पूरा करने में 3 घंटे का समय लगा। मुड़े हुए चुंबकीय क्षेत्र से गैसों के गुजरने के चलते यह दूर से दिखने में सांप जैसा प्रतीत हो रहा था।