नई दिल्ली
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का कहना है कि अगले तीन साल में देश में 475 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें पटरियों पर दौड़ने लगेंगी। उन्होंने साथ ही कहा कि देश की पहली बुलेट ट्रेन 2026 तक शुरू हो जाएगी। अभी देश में पांच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें चल रही हैं। इसकी शुरुआत 2019 में नई दिल्ली और वाराणसी के बीच शुरू की गई थी। हाल में नई पीढ़ी की ऐसी तीन ट्रेनें शुरू की गई हैं। इन ट्रेनों की अधिकतम रफ्तार 180 किमी प्रति घंटे है। लेकिन फिलहाल इसे 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलाया जा रहा है। पहली बुलेट ट्रेन परियोजना गांधीनगर और मुंबई के बीच बनाई जा रही है। बुलेट ट्रेन की रफ्तार 320 किमी प्रति घंटे होगी।
वैष्णव ने ‘टाइम्स नाउ समिट’ में कहा कि 475 वंदे भारत ट्रेन चलाने का लक्ष्य हासिल करने की ओर बढ़ रहे हैं। पिछले बजट में 400 ट्रेन को मंजूरी दी गई थी और इससे पहले 75 को ट्रेन स्वीकृति दी जा चुकी थी। हम आने वाले तीन वर्ष में लक्ष्य हासिल कर लेंगे। उन्होंने हाल में कहा था कि कई देशों ने इस ट्रेन में दिलचस्पी दिखाई है लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसमें और सुधार चाहते हैं। इसलिए रेलवे तीसरी पीढ़ी की वंदे भारत एक्सप्रेस के डिजाइन पर काम कर रहा है।
बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट
महत्वाकांक्षी बुलेट ट्रेन परियोजना के समय और लागत में वृद्धि के सवाल पर मंत्री ने कहा कि ऐसी ट्रेन के लिए प्रौद्योगिकी और प्रारंभिक डिजाइन का चरण बहुत जटिल होता है। उन्होंने कहा, ‘हमने करीब 110 किमी का ट्रैक बना लिया है। ट्रेन 2026 तक पूरी तरह से चालू हो जाएगी।’ वंदे भारत एक्सप्रेस के साथ हाल में कई हादसे हुए हैं। रेल मंत्री का कहना है कि इसका डिजाइन इस तरह बनाया गया है कि किसी हादसे की स्थिति में सारा जोर अगले हिस्से पर रहे और ट्रेन का बाकी हिस्सा सुरक्षित रहे। उन्होंने साथ ही कहा कि बुलेट ट्रेन के साथ ऐसे हादसे नहीं होंगे क्योंकि वह पिल्लरों पर बने एलिवेटेड ट्रैक पर चलेगी।