ढाका
मेजबान बांग्लादेश और भारत के बीच तीन मैच की वनडे सीरीज का पहला मुकाबला रोमांचकता की सारी सीमाएं पार कर गया। पहले बैटिंग करते हुए भारतीय टीम सिर्फ 186 रन ही बना पाई। 187 रन के जवाब में बांग्लादेश ने एक विकेट से रोमांचक जीत दर्ज की। मेहदी हसन मिराज ने आठवें नंबर पर आकर 39 गेंदों पर नाबाद 38 रन बनाए और अकेले अपने दम पर बांग्लादेश को एक विकेट से जिताया। मुस्ताफिजुर रहमान ने भी उनका बखूबी साथ निभाया। इस मैच में 39वें ओवर में भी जमकर ड्रामा हुआ।
हिट विकेट आउट इबादत
39वें ओवर की जिम्मेदारी डेब्यूटेंट कुलदीप सेन के पास थी। मैच बांग्लादेश की मुट्ठी में नजर आ रहा था, लेकिन सेन ने इस ओवर में एक नहीं बल्कि दो-दो विकेट लेकर गेम पलटने की पूरी कोशिश की। दूसरी गेंद पर आतिफ हुसैन को आउट किया फिर पांचवीं गेंद पर इबादत हुसैन को निपटा दिया। इबादत दुर्भाग्यशाली रहे, उन्होंने स्टंप्स पर ही पैर दे मारा। इबादत क्रीज में काफी गहरे खड़े थे। लैंथ बॉल को लेग स्टंप पर क्लिप करने के चक्कर में थोड़े अक्रॉस गए। बैट का बॉल से टकराव जरूर हुआ, लेकिन पैर भी स्टंप्स पर जा लगा। अपनी तीसरी गेंद खेल रहे इबादत खाता भी नहीं खोल पाए।
मेहदी हसन ने जिताया मैच
बांग्लादेश ने 40वें ओवर में अपना नौंवा विकेट 136 रन पर हसन महमूद (शून्य) के रूप में गंवा दिया था, लेकिन भारतीय टीम अगले छह ओवर में अंतिम विकेट नहीं झटक सकी। इसमें मेहदी हसन (39 गेंद, चार चौके, दो छक्के) और मुस्तफिजुर रहमान (नाबाद 10 रन) के बीच अंतिम विकेट के लिये 51 रन की साझेदारी ने अहम भूमिका अदा की। भारतीय गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए 40वें ओवर तक 136 रन पर नौ विकेट झटक लिये थे, वर्ना भारतीय टीम मैच पहले ही गंवा देती।
सिर्फ 186 रन पर ही सिमटा था भारत
शाकिब अल हसन (36 रन पर पांच विकेट) के पांच विकेट से बांग्लादेश ने लोकेश राहुल (73) के जुझारू अर्धशतक के बावजूद भारत को 186 रन पर ढेर कर दिया। राहुल ने 70 गेंद में पांच चौकों और चार छक्कों की मदद से 73 रन की पारी खेली लेकिन, भारत के अन्य बल्लेबाजों को रन बनाने के लिए जूझना पड़ा। उनके अलावा कप्तान रोहित शर्मा (27) और श्रेयस अय्यर (24) ही 20 रन के आंकड़े को पार कर पाए। शाकिब के अलावा इबादत हुसैन ने भी 47 रन देकर चार विकेट चटकाए जिससे भारतीय टीम 41.2 ओवर में पवेलियन लौट गई।