भोपाल
एमपी कांग्रेस गुटबाजी से पीड़ित रही है। गुटबाजी के कारण ही 15 महीने बाद एमपी में कांग्रेस की सरकार गिर गई थी। राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के जरिए एमपी में कांग्रेस को भी एकजुट करने की कोशिश की है। पार्टी के कई दिग्गज नेता राहुल गांधी के साथ चल रहे थे। वहीं, सबकी नजरें एमपी कांग्रेस में पावर सेंटर पर थी। एमपी कांग्रेस में कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पावर सेंटर हैं। दोनों में कई बार कथित रूप से मनमुटाव की खबरें आती रही हैं लेकिन भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कमलनाथ और दिग्विजय सिंह एकजुट दिखे हैं। राहुल गांधी ने सार्वजनिक रूप से यात्रा के आखिरी दिन दोनों को गले मिलवाकर यह संदेश देने की कोशिश की है कि सब साथ-साथ हैं। इस बीच लोगों को 2018 की तस्वीर याद आ रही है, जब राहुल गांधी ने कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया का मेल करवाया था।
दोनों गले मिलिए…
दरअसल, भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मंच पर राहुल गांधी दिग्विजय सिंह और कमलनाथ को लेकर पहुंचे। डायस के करीब दोनों को लेकर जाते हैं। इसके बाद दोनों से कहते हैं कि गले मिलिए। राहुल की बात सुनकर दोनों मुस्कुराते हैं। कमलनाथ थोड़ा संकोच करते हैं। राहुल गांधी फिर से उनके सामने जिद करते हैं कि दोनों गले मिलिए।
संकोच के बाद दोनों का मिलन
राहुल गांधी दोनों को गले मिलाने पर अड़े थे। कमलनाथ और दिग्विजय सिंह थोड़ा गले मिलने से संकोच कर रहे थे। राहुल गांधी दोनों को पकड़ते हैं और फिर कहते हैं कि गले मिलिए। इसके बाद कमलनाथ और दिग्विजय सिंह एक-दूसरे के गले लगते हैं। राहुल गांधी इस दृश्य को देखकर मुस्कुरा रहे थे। सोशल मीडिया पर यही वीडियो वायरल है।
मुस्कुराते रहे राहुल गांधी
भारत जोड़ो यात्रा की इस खूबसूरत दृश्य को देखकर राहुल गांधी मुस्कुरा रहे थे। राहुल गांधी ने इस दृश्य के जरिए एकजुटता का संदेश देने की कोशिश की है। साथ ही यह भी मैसेज है कि 2023 की लड़ाई एमपी में कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में ही लड़ेंगे। वहीं, वीडियो पर बीजेपी ने तंज कसा है। बीजेपी नेता नरेंद्र सलूजा ने वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा है कि राहुल गांधी ने मध्यप्रदेश में 12 दिन में कांग्रेस की सच्चाई खुद आंखों से देख और समझ ली है। उन्हें पता है कि इस यात्रा के बाद प्रदेश में क्या होने वाला है। इसलिए राजस्थान जाने के पूर्व गले मिलवा रहे हैं। लेकिन अब इसका कोई फायदा नहीं है।
तीनों ने साथ आकर किया अभिवादन
वहीं, कमलनाथ और दिग्विजय सिंह जब गले मिल लिए तो राहुल गांधी भी बीच में आ गए। इसके बाद तीनों नेता एक साथ आकर लोगों का हाथ हिलाते हुए अभिवादन किया है। कांग्रेस एमपी में पहले ही कह चुकी है कि हम अगला चुनाव कमलनाथ के नेतृत्व में लड़ेंगे। साथ ही कमलनाथ ने भी कहा है कि हम एमपी छोड़कर 2023 तक कहीं नहीं जाने वाले हैं।
2018 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ आई थी ऐसी तस्वीर
वहीं, 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को सफलता हासिल हुई थी। सीएम पद के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ दावेदार थे। दोनों इस पद से नीचे के लिए मानने को तैयार नहीं थे। राहुल गांधी के साथ दोनों नेताओं की मीटिंग दिल्ली में हुई थी। मीटिंग के दौरान कमलनाथ के नाम पर सहमति बनी। इसके बाद राहुल गांधी दोनों को एक साथ लेकर आई और उनके साथ तस्वीर खींचवाई थी। राहुल गांधी की बनाई यह जोड़ी 15 महीने में ही टूट गई। अब कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को साथ लेकर आए हैं तो पुरानी तस्वीर की चर्चा हो रही है।