जयपुर
राजस्थान के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग में सूचना सहायक का प्रारम्भिक मासिक वेतन 12 हजार रुपए होता है। स्थायी होने पर वेतन बढ़कर 32 हजार रुपए प्रति महीना हो जाता है। सोचिए एक सूचना सहायक कर्मचारी के पास कितनी संपत्ति हो सकती है। 5 लाख, 10 लाख या 20 लाख….। शायद वेतन के मुताबिक, ही आप अंदाजा लगाएं। लेकिन राजस्थान की एक महिला कर्मचारी की संपत्ति के बारे में जब एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम को जानकारी मिली, तो टीम के अधिकारी भी हैरान हो गए। जी हां, जयपुर के सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग में तैनात सूचना सहायक प्रतिभा कमल के घर एसीबी की टीम को साढ़े 6 करोड़ रुपए की संपत्ति मिली है। आय से अधिक संपत्ति की सूचना मिलने पर एसीबी की टीम ने प्रतिभा कमल के ठिकानों पर दबिश देकर तलाशी ली थी। तलाशी के दौरान मिली संपत्ति देख कर एसीबी के अफसर भी हैरान रह गए।
22 लाख 90 हजार नकद और 1.5kg सोने के आभूषण मिले
एसीबी के डीजी भगवान लाल सोनी ने बताया कि आय से अधिक संपत्ति के बारे में शिकायत मिलने पर प्रतिभा कमल के दो ठिकानों पर दबिश दी गई। दबिश के दौरान जयपुर स्थित आवास से 22 लाख 90 हजार रुपए की नकदी मिली। साथ ही डेढ़ किलो ग्राम सोने के आभूषण, दो किलो चांदी, चार लग्जरी कारें, एक बीएमडब्ल्यू कार, एक बीएमडब्ल्यू मोटर साइकिल सहित काफी मात्रा में चल अचल संपत्ति के बारे में जानकारी मिली है।
प्रतिभा कमल और उसके रिश्तेदारों के नाम 11 बैंक खातों में बारे में जानकारी मिली है जिसके बारे में अधिक जानकारी जुटाई जा रही है। 12 बीमा पॉलिसियों के दस्तावेज मिले हैं। साथ ही 7 दुकानें और 13 आवासीय और व्यवसायिक भूखंडों के दस्तावेज भी मिले हैं। यह पूरी कार्रवाई एडीजी दिनेश एमएन के निर्देशन में एसीबी के एडिशनल एसपी पुष्पेन्द्र सिंह राठौड़ और उनकी टीम की ओर से की जा रही है।
इतनी बड़ी रकम मिलने पर कर्मचारी हुए हक्के बक्के
एसीबी की टीम ने मंगलवार सुबह अचानक सूचना सहायक प्रतिभा कमल के घर और ऑफिस में दबिश दी। दोपहर बाद तक प्रारम्भिक जानकारी के अनुसार जो संपत्ति मिली, उसकी सूचना मीडिया से साझा की। जैसे ही सोशल मीडिया पर प्रतिभा कमल की संपत्ति की खबरें आई तो सभी कर्मचारी हक्के बक्के रह गए। प्रतिभा की संपत्ति जानकर डीओआईटी कार्यालय में मंगलवार को दिनभर इसी की चर्चा होती रही। एबीसी की टीम अब बैंक खातों को खंगालेगी। खातों में और भी जमा राशि सामने आने की संभावना है।