नई दिल्ली,
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज पार्टी के नेता और शहबाज शरीफ सरकार में मंत्री अयाज सादिक ने बताया है कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री अगले महीने लंदन से वापस आएंगे. नवाज शरीफ (72 वर्ष) को नवंबर 2019 में लाहौर उच्च न्यायालय ने इलाज के लिए चार सप्ताह विदेश जाने की इजाजत दी थी. लेकिन उसके बाद नवाज शरीफ वापस पाकिस्तान नहीं आए हैं. नवाज शरीफ को अल-अजीजिया स्टील मिल्स भ्रष्टाचार केस में दोषी करार दिया गया है और उन्हें जेल भी भेजा गया था.
इमरान खान की पार्टी हमलावर
नवाज शरीफ की गैरमौजूदगी में पार्टी के ऊपर विपक्ष हमलावर है. पीएमएल-एन के नेताओं से अक्सर नवाज शरीफ की वापसी के बारे में पूछा जाता रहा है. पाकिस्तान के वित्त मंत्री अयाज सादिक ने मंगलवार को एक टीवी शो में नवाज शरीफ पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि पार्टी नवाज शरीफ की घर वापसी का इंतजार कर रही है. सादिक ने बताया कि जनवरी 2023 में नवाज शरीफ की वापस आने की उम्मीद है. मंत्री ने यह भी कहा कि होने वाले अगले आम चुनाव में भी उम्मीदवारों को टिकट देने का काम नवाज शरीफ ही करेंगे.
देश में अगले आम चुनाव को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए वित्त मंत्री अयाज सादिक ने कहा कि देश में अगला आम चुनाव अगस्त 2023 के बाद ही होगा. मंत्री ने कहा कि इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेताओं की ओर से अगले साल मार्च तक आम चुनाव कराने की मांग को खारिज कर दिया गया है.
2018 में सुनाई गई थी सात साल की जेल
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को 2018 में एक विशेष अदालत ने भ्रष्टाचार के आरोप में दोषी ठहराया था. पाकिस्तान की भ्रष्टाचार विरोधी अदालत ने नवाज शरीफ को अल-अजीजिया स्टील मिल्स भ्रष्टाचार केस में सात साल जेल की सजा सुनाई थी. जबकि शरीफ को कुल 11 साल की सजा सुनाई गई थी. वहीं एवेनफील्ड संपत्ति विवाद मामले में 80 लाख का जुर्माना लगाया गया था. हालांकि बाद में 2019 में लाहौर उच्च न्यायालय ने नवाज शरीफ की सजा को रद्द कर दिया था, जिसके बाद उन्हें विदेश जाने की अनुमित दी गई थी.
छोटे भाई के प्रधानमंत्री बनने के बाद घर वापसी की मांग तेज
अप्रैल 2022 में पाकिस्तान की सत्ता में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज पार्टी की वापसी के बाद से ही पार्टी सुप्रीमो नवाज शरीफ की घर वापसी की मांग तेज हो गई है. वर्तमान में नवाज शरीफ के छोटे भाई शहबाज शरीफ देश के प्रधानमंत्री हैं. नवाज शरीफ को पंजाब का शेर कहा जाता है. देश में राजनीतिक उठा-पटक के बावजूद नवाज रिकॉर्ड तीन बार प्रधानमंत्री बनने में सफल रहे थे. देश की सबसे ताकतवर राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखने वाले नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन तीन दशक से ज्यादा समय तक पाकिस्तान के सत्ता में काबिज रही है.
इमरान सरकार ने किया था भगोड़ा घोषित
अगस्त 2020 में तत्कालीन इमरान सरकार ने नवाज शरीफ को भगोड़ा घोषित किया था. प्रधानमंत्री इमरान खान के तत्कालीन जवाबदेही और आंतरिक मामलों में सलाहकार शहजाद अकबर ने बताया था कि नवाज शरीफ की मेडिकल आधार पर चार सप्ताह की जमानत पिछले साल ही समाप्त हो जाने के बाद भी वापस नहीं लौटने के कारण उन्हें भगोड़ा घोषित किया गया है.