कांग्रेस के मित्रों से कड़ी बात करना चाहता हूं… खुलेआम मंच से क्यों नाराज हो गए राहुल गांधी

नई दिल्ली

राहुल गांधी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ लेकर राजस्थान पहुंचे हुए हैं। बुधवार देर शाम यात्रा के दौरान वह दौसा जिले में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए। उनके साथ राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट भी थे। गुलाबी ठंड में सफेद टीशर्ट पहने राहुल गांधी मंच पर पहुंचे तो कुछ देर तक सिर झुकाए मोबाइल देखते रहे। हालांकि इस दौरान वह सब कुछ सुन रहे थे। जो कुछ भी मंच से बोला गया, उस पर बाद में उन्होंने सख्त बात कही। दरअसल, राहुल मंच पर बैठे थे तो राजस्थान के कांग्रेस नेता उनकी तारीफ में बड़ी -बड़ी बातें कहते हुए महात्मा गांधी से उनकी तुलना भी कर गए। नेहरू, इंदिरा और राजीव का भी जिक्र हुआ जो राहुल को ठीक नहीं लगा।

सबसे पहले एक स्थानीय कांग्रेस विधायक ने कहा कि आज हमारा सौभाग्य है। गांधी-नेहरू परिवार का नाम सुनते थे, आज उनका सपूत हमारी धरती पर दर्शन देने आया है। इंदिरा जी ने गरीबी हटाओ का नारा दिया था। (इस दौरान राहुल ने मोबाइल बंद करके जेब में डाल लिया) कांग्रेस नेता बोलते रहे कि सोनिया जी ने UPA सरकार में 2 रुपये किलो देश के लोगों को गेहूं दिया था। आज राहुल जी पूरे देश में ऐसी यात्रा निकाल रहे हैं जिसे करने की हिम्मत आजादी के बाद न तो किसी ने की है और न करने की हिम्मत होगी। हम तो यही कहते हैं कि आपके जो निर्देश थे 2018 में सरकार बनने के बाद सारे काम किए गए। (राहुल ने फिर से मोबाइल निकाल लिया)

डोटासरा की स्पीच पर नाराज हुए राहुल
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा, ‘… जो आजादी महात्मा गांधी के नेतृत्व में हमारे महापुरुषों ने दिलाई थी, वह आज खतरे में पड़ गई है। ऐसे में जिनकी त्याग-तपस्या का इतिहास हो, वह राहुल गांधी… जिनकी दादीजी ने देश की एकता और अखंडता के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। जिनके पिता देश की एकता के लिए शहीद हो गए।’ (इस दौरान राहुल ने फिर से मोबाइल जेब में रख लिया)

डोटासरा बोलते रहे, ‘मैं कहना चाहता हूं कि या तो आजादी के लिए महात्मा गांधी आए थे या आज हमारे नेता राहुल गांधी आए हैं, जो इन फासिस्टवादी ताकतों को उखाड़ फेंकेगा।’ इसी तरह जोशीला भाषण मंच से चलता रहा। राहुल कभी मोबाइल देखते तो कभी वक्ता को।

… और फिर बोलने आए राहुल
कुछ देर में ही राहुल बोलने के लिए मंच पर खड़े हुए। उन्होंने सख्त लहजे में कहा, ‘डोटासरा जी ने गांधीजी और मेरी तुलना की। ये बिल्कुल गलत है। गांधीजी की जगह कहीं है और मेरी जगह कहीं और है। और तुलना करनी नहीं चाहिए क्योंकि वह महान व्यक्ति थे। उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी देश की आजादी के लिए दी। 10-12 साल जेल काटी, उनकी जगह कोई नहीं ले सकता है और उनके साथ मेरा नाम भी नहीं लेना चाहिए।’

राहुल ने आगे कहा, ‘दूसरी बात, मैं मेरे कांग्रेस पार्टी के मित्रों से कड़ी बात कहना चाहता हूं। देखिए, जो राजीव गांधी जी ने किया, इंदिरा गांधी जी ने किया, वो शहीद हुए। उन्होंने जो करना था किया। और अच्छा किया। मगर कांग्रेस पार्टी को हर मीटिंग में यह दोहराना नहीं चाहिए। महात्मा गांधी जी ने जो किया, वो कर दिया। इंदिरा गांधी, नेहरू जी, राजीव गांधी जी, सरदार पटेल जी ने जो किया कर दिया, वो अच्छा है। मगर हमें ये बोलना चाहिए कि हम जनता के लिए क्या करने जा रहे हैं। ये ज्यादा जरूरी है।’

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