नई दिल्ली
भारतीय सेनाओं के तवांग में चीनी सैनिकों को करारा जवाब देने के तीन दिन बाद भारत के करीबी मित्र रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का पीएम नरेंद्र मोदी को फोन आया है। दोनों नेताओं के बीच ऊर्जा, रक्षा सहयोग और व्यापार के मुद्दों पर बातचीत हुई है। यूक्रेन युद्ध के बीच दोनों नेताओं में कई बार टेलीफोन पर बातचीत हो चुकी है। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले अमेरिका ने भी तवांग मुद्दे पर भारत के साथ देने की बात कही थी।
इस बातचीत में पीएम मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन से यूक्रेन युद्ध का समाधान बातचीत से हल करने पर जोर दिया। अधिकारियों ने बताया कि यूक्रेन युद्ध का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने पुतिन से बातचीत, कूटनीति के जरिए इसका समाधान निकालने पर जोर दिया। पीएम मोदी रूस को जी-20 अध्यक्षता और इसे लेकर की जा रही प्रतिबद्धताओं के बारे में भी बताया।
अधिकारियों ने बताया कि समरकंद में एससीओ बैठक के इतर हुई दोनों नेताओं के बीच बातचीत में आपसी रिश्तों पर चर्चा हुई थी। उन्होंने बताया कि ऊर्जा, व्यापार और निवेश के मुद्दों से लेकर रक्षा सहयोग और अन्य अहम मुद्दों पर बताचीत हुई थी। अधिकारियों ने बताया कि पीएम मोदी ने पुतिन को जी-20 अध्यक्षता की हाईलाइट्स और अन्य प्रॉयरिटी के बारे में भी बताया। दोनों नेताओं ने एससीओ की भारतीय अध्यक्षता को लेकर भी बातचीत की। दोनों नेताओं आपस में लगातार बातचीत करने पर भी सहमत हुए। गौरतलब है कि पीएम मोदी और पुतिन के बीच ये बातचीत उस खबर के बाद हुई है जिसमें कहा गया था कि पीएम मोदी इस साल वार्षिक भारत-रूस सम्मेलन में भाग लेने नहीं जाएंगे। राष्ट्रपति पुतिन ने पिछले साल इस सम्मेलन में दिल्ली में हिस्सा लिया था।