नई दिल्ली
रणजी ट्रॉफी के इस सीजन में उत्तराखंड ने नागालैंड को हराते हुए अपना धमाकेदार आगाज किया है। मुकाबले में उत्तराखंड ने नागालैंड को 174 रन से हरा दिया। इस दौरान मैच में एक ऐसा रिकॉर्ड भी जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। मैच में उत्तराखंड की टीम ने नागालैंड के सामने 200 रन का लक्ष्य रखा था लेकिन टीम के गेंदबाजों ने अपने इस विरोधी को सिर्फ 25 रन पर समेट कर 174 रन से मुकाबले को अपने नाम कर लिया।
रणजी ट्रॉफी के इतिहास में यह किसी भी टीम के द्वारा बनाया गया दूसरा सबसे कम स्कोर है। इस मामले में हैदराबाद की टीम पहले स्थान पर जिसे 2010-11 के सत्र में राजस्थान ने सिर्फ 21 पर समेट दिया था। वहीं रणजी में अब तक का यह चौथा सबसे कम स्कोर भी है।
पहली पारी में थी नागालैंड के पास बढ़त
ग्रुप ए के इस मुकाबले में उत्तराखंड की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 282 रन का स्कोर खड़ा किया था। इसके जवाब में नागालैंड ने भी जबरदस्त बल्लेबाजी करते हुए 389 रन बनाकर 107 रन की मजबूत बढ़त हासिल कर ली थी। ऐसे में अब दवाब उत्तराखंड पर था लेकिन उसने अपनी दूसरी पारी में 306 रन बनाकर पारी को घोषित कर दिया।
ऐसे में नागालैंड के सामने अब 200 रनों का लक्ष्य था लेकिन गेंदबाजी के दौरान उत्तराखंड की टीम ने ऐसा कहर बरपाया कि पूरी टीम 25 रन पर ढेर हो गई। हैरानी की बात यह है कि इस दौरान टीम के 7 बल्लेबाज अपना खाता भी नहीं खोल सके।दूसरी पारी में नागालैंड के लिए सबसे अधिक नागाहो चिसी ने 10 रन बनाए। इसके अलावा जोशुआ ओजुकुम और इमलीवती लेमतूर ने सात-सात रन का योगदान दिया।
सिर्फ दो गेंदबाजों ने मिलकर किया टीम का सफाया
गेंदबाजी में उत्तराखंड के लिए मयंक मिश्रा और स्वपनिल सिंह ने मिलकर दोनों छोड़ से नागालैंड की पूरी टीम का सफाया कर दिया। मैच में मयंक मिश्रा ने 9 ओवर की गेंदबाजी की जिसमें उन्होंने 7 मेडन ओवर फेंके और सिर्फ 4 रन खर्च करते हुए 5 विकेट हासिल किया। इसके अलावा स्पनिल सिंह ने भी अपने 9 ओवर की गेंदबाजी में 21 रन देकर 4 विकेट झटके।