अफगानिस्तान में घुसकर मारेंगे… तालिबान पर इतने बौखलाए क्यों हैं बिलावल, रिश्ते तोड़ने की धमकी दी

इस्लामाबाद

तालिबान और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है। हालात इतने खराब हैं कि पाकिस्तान ने तालिबानी सरकार के साथ संबंध तोड़ने की धमकी दी है। इतना ही नहीं, पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने तो अफगानिस्तान के अंदर घुसकर हमला करने की बात कही है। दरअसल, तालिबान लड़ाकों ने पाकिस्तानी सेना की नाक में दम किया हुआ है। स्पिन बोल्डक-चमन बॉर्डर पर तालिबान ने पाकिस्तानी सैनिकों की जमकर पिटाई की है। रही-सही कसर पाकिस्तान में सक्रिय आतंकी संगठन पूरा कर रहे हैं। पाकिस्तान ने आरोप लगाया है कि ये सभी आतंकी संगठन अफगानिस्तान से ऑपरेट हो रहे हैं। ऐसे में उन्हें अफगानिस्तान के अंदर घुसकर हमला करने का अधिकार है। वहीं, तालिबान ने धमकी दी है कि अगर पाकिस्तानी सेना उनकी जमीन पर पैर रखती है तो उन्हें इसके परिणाम भुगतने पड़ेंगे।

सीमा पार से आतंकी हमले बर्दाश्त नहीं
बिलावल भुट्टो जरदारी ने तालिबान को धमकी देते हुए कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी), बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) और दूसरे आतंकवादी समूहों के सीमा पार आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने ऐलान किया कि पाकिस्तान के पास ऐसे आतंकवादी संगठनों के खिलाफ सीधी कार्रवाई करने का अधिकार सुरक्षित है। इससे पहले बिलावल ने कहा था कि पाकिस्तान जल्द ही अफगानिस्तान में मौजूद तालिबान से निपनेट के लिए अपनी रणनीति पर फिर से विचार कर सकता है। पाकिस्तान आतंकवादी गुटों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर तालिबान पर दबाव बना रहा है। वहीं, तालिबान का दावा है कि कोई भी आतंकी संगठन उनकी जमीन से ऑपरेट नहीं हो रहे हैं।

अफगानिस्तान के अंदर घुसकर हमला करने का अधिकार
संयुक्त राष्ट्र के एक कार्यक्रम में बोलते हुए बिलावल भुट्टो ने कहा कि पाकिस्तान टीटीपी या बीएलए जैसे अन्य आतंकवादी समूहों द्वारा सीमा पार आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पाकिस्तान के पास यह साबित करने के लिए सबूत हैं कि ऐसे आतंकी संगठन हमारे दुश्मनों से पैसे और दूसरी तरह की सहायता प्राप्त कर रहे हैं। पेशावर में आर्मी पब्लिक स्कूल पर 16 दिसंबर, 2014 को हुए आतंकवादी हमले के पीड़ितों के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में बिलावल ने कहा कि हम उनके खिलाफ सीधी कार्रवाई करने का अधिकार सुरक्षित रखते हैं। टीटीपी आतंकवादियों के इस हमले में 132 स्कूली बच्चों सहित 149 लोगों की मौत हुई थी।

तालिबान के साथ संबंधों पर करेंगे पुर्नविचार
पाकिस्तान में टीटीपी और दूसरे आतंकी समूहों के हमलों का मुद्दा उठाते हुए सवाल पूछा गया कि क्या इस्लामाबाद तालिबान के साथ संबंध तोड़ने पर विचार करेगा, क्योंकि उनके ही संरक्षण में ऐसे हमले हो रहे हैं। इसके जवाब में बिलावल ने कहा कि मैं तालिबान या अफगानिस्तान के साथ संबंध तोड़ने की कामना नहीं कर रहा। यह वास्तविक्ता है कि हमारी एक सीमा है। जहां तक टीटीपी का सवाल है, शायद हम उसे लेकर तालिबान के साथ संबंधों पर पुर्नविचार कर सकते हैं। इसके बाद आर्मी स्कूल पर हुए हमले के कार्यक्रम में बोलते हुए बिलावल भुट्टो ने कहा कि काबुल के तालिबान शासकों ने पाकिस्तान की आशा और अपेक्षाओं को तार-तार कर दिया है। हमें आशा थी कि तालिबान प्रशासन टीटीपी को सीमा पार आतंकी हमले करने से रोकने में सक्षम होगा।

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