भोपाल ,
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने छात्रहित में बहुत बड़ा कदम उठाया है. मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि राज्य सरकार अब 12वीं कक्षा में 75 प्रतिशत से अधिक नंबर पाने वालों की स्नातक डिग्री पाने के लिए वित्तीय लाभ के साथ उन्हें पुरस्कृत करेगी.
राज्य के मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा के अनुसार, राज्य सरकार अब 12वीं कक्षा की परीक्षा में 75 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्रों की इंजीनियरिंग या मेडिकल कॉलेज की फीस वहन करेगी. इस नई शुरुआत की घोषणा हाल ही में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) जेईई मेन 2023 क्वालिफाई करने के लिए 12वीं में 75 प्रतिशत की योग्यता का मानदंड फिर से बहाल करने के कुछ दिनों बाद आई है.
ANI को दिए बयान में मुख्यमंत्री ने कहा है कि मैं पहले से ही उन छात्रों को लैपटॉप देता हूं जिन्होंने अपनी 12वीं कक्षा की परीक्षा में 75% से अधिक अंक प्राप्त किए हैं. अब मैं मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज, आईआईटी और लॉ कॉलेज की फीस भी वहन करूंगा.
NTA ने हाल ही में घोषणा की है कि NITs, IIITs और CFTIs में BE / BTech / BArch / BPlanning पाठ्यक्रमों में प्रवेश ऑल इंडिया रैंक पर आधारित होगा. बशर्ते उम्मीदवार को संबंधित बोर्डों द्वारा आयोजित 12 वीं में कम से कम 75 प्रतिशत अंक प्राप्त करने चाहिए.सीएम ने यह भी घोषणा की है कि राज्य सरकार ने 110 गांवों में खेल के मैदान विकसित करने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने 10 लाख नई सरकारी नौकरियां भी शुरू की हैं और पद भरे जा रहे हैं.