वॉशिंगटन
अमेरिका में आर्कटिक से आ रही बर्फीली हवाओं से दहशत का माहौल है। इन बेहद ठंडी हवाओं की वजह से अमेरिका के कई इलाकों में पारा माइनस 40 डिग्री सेल्यिसस से नीचे पहुंच गया है। माना जा रहा है कि क्रिसमस तक अमेरिका के ज्यादातर हिस्सों में आर्कटिक से आ रही इन बर्फीली हवाओं की वजह से तापमान जमा देने वाले स्तर पर बना रहेगा। अमेरिका में संकट इतना गहरा गया है कि 2400 हवाई उड़ानों को कैंसिल करना पड़ा है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि भारी बर्फबारी, तेज बर्फीली हवाओं और जानलेवा ठंड का यह दौर शनिवार तक जारी रह सकता है।
मौसम विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि वे बहुत ज्यादा सावधानी बरतें और ताजा अनुमानों और अपडेट पर नजर रखें। ताजा सूचना के मुताबिक आर्कटिक से आ रही हवाएं अमेरिका के मध्य और दक्षिणी हिस्से तक असर डाल रही हैं। अमेरिका की करीब 60 फीसदी आबादी या 20 करोड़ लोग ठंड को लेकर जारी की गई ताजा चेतावनी में शामिल हैं। कड़ाके की ठंड पूर्वी अमेरिकी तट से लेकर प्रशांत के पश्चिमोत्तर तट तक जारी की गई है। अमेरिकी प्रशासन ने चेतावनी दी है कि तापमान माइनस 40 डिग्री तक गिर सकता है।
पूरे अमेरिका में 2400 उड़ानें रद
यही नहीं उत्तरी इलाकों में कई जगह पर हाड़ कंपा देने वाली हवाओं से तापमान माइनस 50 तक गिर सकता है। राष्ट्रीय मौसम कार्यालय ने कहा है कि देश के मध्य में मैदानी इलाके, मिड वेस्ट, ग्रेट लेक, ओहियो घाटी आदि इलाकों में तापमान सिंगल डिजिट या शून्य तक पहुंच सकता है। अमेरिका में इलियट नाम से बहुत खतरनाक तूफान आया हुआ है जिससे क्रिसमस से पहले लाखों लोगों की घूमने की योजनाओं को झटका लगा है। इस तूफान की वजह से पूरे अमेरिका में 2400 उड़ानें रद हो गई हैं।
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक यह विनाशकारी तूफान अभी विकसित हो रहा है और गुरुवार तथा शुक्रवार को मिडवेस्ट में भारी बर्फबारी हो सकती है। इस कड़ाके की ठंड का असर कनाडा की सीमा से लेकर मैक्सिको की सीमा तक देखा जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह जानलेवा तूफान हो सकता है। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कड़ाके की ठंड से लोगो को बचकर रहने की सलाह दी है। उन्होंने कहा, ‘यह वास्तव में बहुत ही गंभीर मौसम अलर्ट है।’ उन्होंने कहा कि वाइट हाउस प्रभावित 26 गवर्नरों से संपर्क कर रहा है।