भोपाल
भेल क्षेत्र के लोग काफी समय से मूलभूत समस्याओं जूझ रहे हैं । इसको लेकर न तो सरकार सुन रही है और न ही नगर निगम । भेल का अवधपुरी क्षेत्र उप नगर बनता जा रहा है। एसओएस बालग्राम से खजूरीकलां की ओर जाने वाले मार्ग पर दर्जनों से ज्यादा छोटी-बड़ी कॉलोनियां विकसित हो चुकी हैं। इसके बाद भी इस क्षेत्र के रहवासी आवागमन की सुविधा, चौड़ी सडक़, बड़ा अस्पताल, सामुदायिक केन्द्र, पार्क जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। इसके लिए रहवासी आला अफसरों के साथ क्षेत्रीय विधायक को अपनी समस्याओं से अवगत करा चुके हैं लेकिन समस्याएं हल नहीं हुईं। इसको लेकर रविवार को अवधपुरी खजूरी कलां सामाजिक साहित्यिक कल्याण संघ के बैनर तले धरने पर बैठ गए। इनका कहना है कि जब तक हमरे क्षेत्र की समस्याओं का निराकरण नहीं हो जाता, हम धरना प्रदर्शन जारी रखेंगे।
गौरतलब है अवधपुरी खजूरी कलां क्षेत्र की जनता को सुविधाओं से वंचित रखा जा रहा है। क्षेत्र के विकास के लिए रहवासी लम्बे समय से संघर्ष कर रहे हैं। स्थानीय रहवासियों ने आरोप है कि जनप्रतिनिधयों और प्रशासन द्वारा क्षेत्र की जनता के साथ छल किया जा रहा है। जिससे क्षेत्र की 30 वर्षों से स्वीकृत सडक़ें अब तक नहीं बन पाईं। नर्मदा पाइपलाइन बिछाने के बाद भी क्षेत्र की जनता को नर्मदा जल नहीं मिल पा रहा है। इस क्षेत्र में यातायात के लिए कोई साधन नहीं है। गरीबों के इलाज के लिए सरकारी अस्पताल नहीं है। अवधपुरी की मुख्य 200 फीट चौड़ी, नर्मदापुरम रोड से रायसेन रोड को-ऑर्डिनेशन रोड का निर्माण नहीं हो पाया।
हबीबगंज डीआरएम ऑफिस से साकेत नगर होते हुए एमजीएम स्कूल के पास से बायपास रोड का कार्य लंबे समय से अधूरा है। इलाहाबाद बैंक पिपलानी से खजूरी कला बायपास तक 80 फीट चौड़ी सडक़ स्वीकृत होने के बाद भी नहीं बन पा रही है। खजूरी कलां रोड ज्योति निकेतन स्कूल से पटेल नगर को जोडऩे वाली 40 फीट चौड़ी सडक़ का निर्माण कार्य विधायक की घोषणा के बाद भी अब तक नहीं बन पाई। धरने में रमेश रघुवंशी, ज्ञानशेवर शुक्ला, ललित पांडे के साथ के श्रमिक नेता दीपक गुप्ता लोग शामिल थे ।